राजमहल कोल परियोजना के अधीनस्थ हुर्रासी कोयला खनन क्षेत्र में ठेका मजदूरों और कंपनी प्रबंधन के बीच विवाद बढ़ गया है. यहां कार्यरत ठेका मजदूरों को एचपीसी दर पर मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिससे मजदूरों में गुस्सा फूट पड़ा. जानकारी के अनुसार, हुर्रासी कोयला खनन क्षेत्र में कार्यरत ठेका मजदूर ने गुरुवार को कंपनी के मुख्य द्वार के पास एचपीसी दर से मजदूरी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे प्रेम कुमार कर्मकार ने बताया कि दर्जनों ठेका मजदूर कंपनी की सुरक्षा में कार्यरत हैं, लेकिन उन्हें उचित मजदूरी नहीं दी जा रही है. मजदूरों का कहना है कि इस खनन क्षेत्र में प्राइवेट कंपनी मोंटे कार्लो कार्य करती है. धरना प्रदर्शन की सूचना पर ललमटिया पुलिस और कंपनी प्रबंधन मौके पर पहुंचे और मजदूरों से वार्ता की. वार्ता के दौरान सहमति बनी कि मजदूरों की समस्या पर 27 दिसंबर को महागामा अनुमंडल कार्यालय में कंपनी प्रबंधन, प्रशासन और मजदूरों के बीच वार्ता आयोजित की जाएगी. वार्ता की सहमति बनने के बाद मजदूरों ने धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया. कंपनी प्रबंधक केके सिंह ने कहा कि मजदूरों की मांग नियम के अनुसार वाजिब नहीं है. खनन नियम के अनुसार खनन क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्तियों को ही एचपीसी दर पर मजदूरी मिलती है, जबकि क्षेत्र के बाहर कार्य करने वाले व्यक्तियों को यह लाभ नहीं मिलता. उन्होंने कहा कि सिविल हेल्पर का प्रदर्शन कंपनी और ईसीएल दोनों को नुकसान पहुंचाता है.
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