पथरगामा के प्रसिद्ध बड़ी दुर्गा मंदिर की दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन शुक्रवार देर शाम गाजे-बाजे के साथ श्रद्धा व उल्लास के वातावरण में किया गया. विसर्जन शोभायात्रा में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और माता दुर्गा की झलक पाने के लिए घरों से बाहर निकल आये. पूजा समिति की देखरेख में बड़ी दुर्गा मंदिर में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा को पथरगामा के शक्तिपीठ चिहारो पहाड़ स्थित बाबाजी पोखर में जयकारों के साथ विधिवत विसर्जित किया गया. इसके पूर्व मां दुर्गा, भगवान गणेश, मां लक्ष्मी, मां सरस्वती एवं भगवान कार्तिक की प्रतिमाओं को ट्रैक्टर पर सुसज्जित कर बाजार में भ्रमण कराया गया. शोभायात्रा लकड़ी मिल रोड, अस्पताल रोड, पुरानी बाजार रोड, तुलसीकित्ता और केशवटीकर मार्ग से होकर गुजरी. जगह-जगह श्रद्धालुओं ने माता का पूजन कर खोइंछा भरा और विदाई की रस्म पूरी की. बीडीओ सह सीओ नितेश कुमार गौतम और थाना प्रभारी मनोहर कुमार पुलिस बल के साथ शांति व्यवस्था बनाये रखने को लेकर विसर्जन यात्रा की निगरानी करते रहे. इधर रजौन मोड़ स्थित दुर्गा मंदिर की प्रतिमा का भी विसर्जन स्थानीय पोखर में किया गया. प्रतिमा विसर्जन के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर कुछ घंटे के लिए विद्युत आपूर्ति रोकी गयी थी, जिसे रात्रि लगभग 11:45 बजे पुनः बहाल कर दिया गया. इस अवसर पर नवरात्र मेले में शामिल होकर लोगों ने नौ दिनों तक उत्सव का भरपूर आनंद उठाया.
ऊर्जानगर और लहठी गांव में जयकारों के बीच निकली शोभायात्रा
महागामा के ऊर्जानगर मंदिर में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन शनिवार को गाजे-बाजे और श्रद्धा भाव के साथ किया गया. मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी और वातावरण भक्तिमय हो गया. जयकारों के बीच मां की प्रतिमा को एनएचएस कॉलोनी स्थित तालाब में विसर्जित किया गया. विदाई के क्षण में कई श्रद्धालुओं की आंखें नम हो गयी. विसर्जन कार्यक्रम में ऊर्जानगर पूजा समिति के सचिव प्रदीप सिंह, रविकांत सिंह, मनीष कुमार, डोमन महतो, शंकर गुप्ता सहित सभी सदस्यों की सराहनीय भूमिका रही. वहीं दूसरी ओर, लहठी गांव में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन पूरे धूमधाम के साथ सुंदर नदी में किया गया. इस दौरान पारंपरिक ढोल-नगाड़ों के साथ पूरे गांव में भव्य शोभायात्रा निकाली गयी. मां के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े. महिलाओं ने श्रद्धाभाव से सिंदूर खेला कर माता को विदाई दी. पूजा आयोजन में लहठी दुर्गा पूजा समिति के सुदीप कुमार दास, प्रिय रंजन दास, रूपेश दास, मलय कांति दास, जयकांत दास, श्री प्रसाद साह, हरिकिंकर दास, विकास यादव, अग्नू दास सहित समिति के सभी सदस्यों ने सक्रिय भागीदारी निभायी. दुर्गापूजा का यह आयोजन शांति, श्रद्धा और सामाजिक सहभागिता का अनूठा उदाहरण रहा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

