इन दिनों ठाकुरगंगटी प्रखंड क्षेत्र में बालू माफियाओं का दबदबा लगातार बढ़ता जा रहा है, जबकि प्रशासन मौन दर्शक बना हुआ है. क्षेत्र की सड़कें बालू माफिया के कब्जे में आ चुकी हैं, जिससे न सिर्फ यातायात बाधित हो रहा है, बल्कि राहगीरों, विशेषकर स्कूली बच्चों की सुरक्षा पर भी खतरा मंडरा रहा है. परासी चौक से महुआरा मुख्य मार्ग तथा महुआरा स्कूल के पास बालू का डंपिंग कर खुलेआम बिक्री की जा रही है. यह मार्ग अत्यधिक व्यस्त है और स्कूली बच्चों की आवाजाही भी इसी रास्ते से होती है. स्कूल के पास बालू डंप करना किसी भी दिन बड़े हादसे को न्योता दे सकता है. ग्रामीणों की मानें तो बार-बार शिकायतों के बावजूद प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. बालू से फिसलकर वाहन दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है, फिर भी जिम्मेदार विभाग चुप है. बोआरीजोर-मिर्जाचौकी मुख्य मार्ग, जो एनएच मार्ग है, वहां भी सिरसा मोड़ के पास बालू माफिया सड़क पर कब्जा जमाए हुए हैं. छोटे-बड़े वाहन लगातार इस मार्ग से गुजरते हैं, लेकिन प्रशासनिक पेट्रोलिंग के बावजूद अवैध गतिविधियां जारी हैं. स्थानीय लोग सड़क सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता में हैं. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कई सड़क हादसों में जानें जा चुकी हैं, लेकिन सरकार व प्रशासन का रवैया उदासीन है. सीओ मदन मोहली ने कहा कि जल्द ही सड़क सुरक्षा अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी, लेकिन सवाल यह है कि क्या कार्रवाई होगी या फिर मामले को लीपापोती कर ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा. स्थानीय जनता प्रशासन से ठोस कार्रवाई की मांग कर रही है, ताकि क्षेत्र में अवैध बालू कारोबार पर लगाम लगायी जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
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