सरकंडा मुहल्ले की ढाई माह की एक बच्ची को टीके की अधिक खुराक दिए जाने पर हंगामा हो गया. बच्ची, सरकंडा निवासी पूजा कुमारी की पुत्री है, जिसे ढाई माह पूरे होने पर परिजन टीकाकरण के लिए लेकर आए थे. आरोप है कि बच्ची को उम्र के हिसाब से एक टीका लगना था, लेकिन उसे तीन टीकों की खुराक दे दी गई. परिजन पहले टीका लगवाकर घर लौट गए थे, लेकिन बाद में एक जीएनएम द्वारा उन्हें सूचना दी गई कि बच्ची को उम्र से अधिक टीके का डोज दे दिया गया है. यह जानकर परिवार घबरा गया और तुरंत सदर अस्पताल पहुंच गया. वहां टीकाकरण केंद्र पर उन्होंने हंगामा किया और महिला नर्स के साथ बहस करने लगे. स्थिति को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने तुरंत हस्तक्षेप किया. परिजनों को समझाने का जिम्मा चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. अशोक मेहता और डॉ. आकाश ने संभाला. दोनों डॉक्टरों ने परिजनों को ओपीडी में बुलाकर विस्तार से समझाया कि गलती से अधिक डोज दिया गया है, जो वास्तव में 10 माह और 14 माह में दिया जाना था. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इससे किसी प्रकार की शारीरिक हानि या साइड इफेक्ट की संभावना नहीं है. चिकित्सकों की बातों से परिजन शांत हुए और बच्ची को लेकर घर चले गए. डॉ. अशोक मेहता ने आश्वासन देने के लिए यह भी सुझाव दिया कि यदि वे चाहें तो सरकारी खर्च पर बच्ची को भागलपुर टीकाकरण विशेष विभाग में ले जाकर जांच करा सकते हैं. हालांकि, परिजन वहीं चिकित्सकों की बातों से संतुष्ट हो गए और भागलपुर जाने से इनकार कर दिया. पूरा मामला चिकित्सकों की सूझबूझ और संवेदनशील व्यवहार से शांतिपूर्वक सुलझ गया.
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