गोड्डा : सुंदरपहाड़ी के छोटा डांगापाड़ा तथा बथानटांड़ आदि स्थानों पर न सिर्फ कोयले का अवैध उत्खनन होता है, बल्कि क्ले युक्त चट्टानों को भी काटकर ऊंचे दामों पर बेचा जाता है.चुंकि क्ले युक्त चट्टान परतदार होती है. इसलिए बड़े ही सावधानी से क्ले युक्त चट्टानों को काटकर अवैध ढ़ंग से उत्खनन किया जाता है. इसके बाद ही कोयले की तस्करी होती है. क्ले चट्टान के बाद ही कोयले की चट्टान आती है.
इसको सावधानीपूर्वक काटना इसलिए भी मजदूरों के लिए आवश्यक होता है कि इसके धंसने की संभावना अधिक होती है. चुंकि इन स्थानों पर जेसीबी ले जाना कठिन कार्य है इसलिए इस धंधे से जुड़े कारोबारी माजदूरों को ही इस काम में लगाया जाता है. इसका खुलासा तब हुआ है जब जिला स्तर पर बनाये गये टास्क फोर्स कमेटी में शामिल जिला खनन विभाग की टीम व पुलिस द्वारा इस क्षेत्र मे संयुक्त रूप से एलआरपी की गयी थी. छोटा डांगापाड़ा में भूकंप के दौरान मजदूर की दबकर हुई मौत के बाद पुलिस ने इस क्षेत्र मे खबर छपने के बाद एलआरपी की थी. तथा हकीकत को जाना था.