राजमहल कोल परियोजना के ऊर्जा नगर में मंगलवार को 19वीं क्षेत्रीय त्रिपक्षीय सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता खान सुरक्षा निदेशक के. माधव राव ने की. बैठक में पिछली बैठक में दिये गये सुझावों की समीक्षा की गयी एवं 12वीं राष्ट्रीय सेफ्टी कॉन्फ्रेंस में प्राप्त निर्देशों पर विस्तृत चर्चा की गयी. श्री राव ने कहा कि खनन क्षेत्र में सावधानीपूर्वक कार्य करने से दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है. उन्होंने जीरो एक्सीडेंट लक्ष्य को अपनाने की अपील की. सुरक्षा उपायों को सुदृढ़ करने के लिए उन्होंने प्रशिक्षण केंद्र के आधुनिकीकरण, जीरो प्वाइंट से बिड़ला क्रशर होते हुए वाटर फिलिंग प्वाइंट तक पक्की सड़क निर्माण, और खनन क्षेत्र में लाइटिंग की समुचित व्यवस्था पर बल दिया. इसके अलावा शुद्ध पेयजल, महिला एवं पुरुषों के लिए शौचालय, और अनिवार्य सुरक्षा किट का उपयोग सुनिश्चित करने की बात कही गयी. उन्होंने हिदायत दी कि शराब पीकर खनन क्षेत्र में प्रवेश किसी भी स्थिति में न हो. वाहन चलाते समय सीट बेल्ट पहनना, कोयला खनन व मिट्टी कटाई का कार्य बैच बनाकर करना, तथा सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन करने पर विशेष जोर दिया गया. बैठक में खान सुरक्षा निदेशक (यांत्रिक) एसके पेडाडे, निदेशक (विद्युत) डीए सोमैया जुलू, उपनिदेशक मिथिलेश कुमार, चित्रेश कर, हेमंत गौतम, महाप्रबंधक (सुरक्षा) अशोक कुमार, क्षेत्रीय महाप्रबंधक एएन नायक सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे. वहीं यूनियन की ओर से रामस्वरूप, मिस्त्री मरांडी, अरविंद पांडे, जय राम यादव, वीरेंद्र वर्मा और अंगद उपाध्याय उपस्थित थे.
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