शहीद प्रमोद व परशुराम के परिजन आपस में भिड़े, मारपीट, सड़क जाम
मिहिजाम : नगर के डाकबंगला परिसर स्थित शहीद स्थल पर सीआरपीएफ के जवान शहीद परशुराम की आदमकद प्रतिमा हटा कर इसे छिपाने के विरोध में दो पक्षों के बीच मारपीट की घटना हुई है. प्रतिमा को हटाने एवं मारपीट का आरोप शहीद बुंडू डीएसपी प्रमोद कुमार के परिजनों पर लगा है.
कैसे बढ़ा विवाद : जिला परिषद ने प्रस्ताव पारित कर डाक बंगला परिसर को शहीद स्थल घोषित कर शहीदों की प्रतिमा के लिए जमीन उपलब्ध करायी थी. इसी जमीन पर एक साल पूर्व शहीद डीएसपी प्रमोद कुमार की प्रतिमा लगायी गयी थी. हाल ही में शहीद सीआरपीएफ जवान परशुराम की प्रतिमा भी
शहीद प्रमोद व परशुराम के परिजन…
उनके परिजनों व स्थानीय लोगों ने इसी स्थल पर स्थापित किया गया था. जिसका विरोध शहीद डीएसपी प्रमोद कुमार के परिजनों ने किया. साथ ही प्रतिमा को स्थल से हटवा दिया. इस बाद को लेकर दो पक्षों के बीच अहले सुबह मारपीट हुई.
प्रतिमा हटाने के विरोध में जमकर हंगामा
घटना के बारे में जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया. साथ ही सैकड़ों की संख्या में लोग शहीद स्थल पर जमा होकर शहीद परशुराम की प्रतिमा स्थापित करने की मांग करने लगे. स्थानीय प्रशासन को घटना की जानकारी मिलते ही माहौल तनावपूर्ण देखते हुए भारी संख्या मे सशस्त्र बल को तैनात कर दिया.
घंटों रहा सड़क जाम
मौके पर सिविल एसडीओ नवीन कुमार तथा एसडीपीओ बीएन सिंह भी पहुंच गये तथा लोगों को समझाने का प्रयास करने लगे. परंतु लोग अपनी मांग पर अड़े हुए थे. सुबह के करीब 10 बजे अपनी मांगों को लेकर सड़क जाम कर धरना पर बैठ गये. स्थानीय लोगों का कहना था कि शहीदों की प्रतिमा एक जगह ही लगी होनी चाहिए. सड़क जाम के कारण मुख्य मार्ग में आवागमन घंटों बंद हो गया. इस दौरान विधायक डॉ इरफान अंसारी नगर परिषद अध्यक्ष कमल गुप्ता, उपाध्यक्ष शांति देवी, सुरेश राय, झिमली मजुमदार, राजद के दिनेश यादव पहुंचकर स्थानीय लोग और प्रशासन से बात की. इस दौरान मामले की निबटारे के लिए उपायुक्त ने जामताड़ा बुलाया. तत्पशचात जाम को हटाया जा सका.
जिला परिषद परिसर में स्थापित हुई थी प्रतिमा
शहीद के नाम पर विवाद सही नहीं : विधायक डॉ इरफान
पूरे प्रकरण पर स्थानीय विधायक डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि शहीद के नाम पर विवाद होना अच्छी बात नहीं है. जिसने देश के लिए अपनी कुर्बानी दी है, उस पर दो परिवारों में विवाद नहीं होना चाहिए. जमीन जिला परिषद ने शहीदों के प्रतिमा स्थापना के लिए दिया है.