परिजनों का कहना है कि अभी दुर्गापूजा है, लेकिन घर में उनके नहीं रहने से उत्साह फीका हो गया है. पांच माह हो गये हैं, लेकिन कुछ कुछ भी पता नहीं चल पाया है. ना ही केंद्र सरकार और ना ही राज्य सरकार कोई सही जानकारी दे पा रही है. राज्यपाल से भी मिलने का भी कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया. परिजन केंद्रीय बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, विधायक नागेंद्र महतो, डुमरी विधायक जयराम महतो, पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह समेत अन्य से भेंटकर मजदूरों की रिहायी की गुहार लगायी है.
ये मजदूर हैं फंसे हुए
नाइजर में बगोदर के पांच प्रवासी मजदूरों में दोंदलो के चंद्रिका महतो, फलजीत महतो, राजू महतो व संजय महतो और मुंडरो के उत्तम महतो शामिल हैं. सभी जनवरी 2024 में काम करने गये थे. 25 अप्रैल 2025 को कलपतरु कंपनी की कैंप पर आतंकियों ने हमला कर दिया गया था. जाते-जाते आंतकवादी पांचों मजदूरों को साथ ले गये. इस मामले को लेकर विधायक नागेंद्र महतो व निरसा विधायक अरूप चटर्जी ने विधानसभा सत्र में भी सवाल उठाया. इसके बाद परिजनों को कोई सुखद संदेश नहीं मिला है.
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