खालसा पंथ के 326वें स्थापना दिवस को लेकर गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा में सात अप्रैल से चल रहे सहज पाठ का रविवार को समापन हो गया. गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा के प्रधान डॉ गुणवंत सिंह मोंगिया ने बताया कि आज के दिन ही 13 अप्रैल 1699 को आनंदपुर साहेब में खालसा पंथ की स्थापना दसमेश गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज ने की थी. आज के दिन उन्होंने लोगों के बीच अमृत का संचार किया था.
खालसा सिरजन के रूप में मनायी जाती है वैशाखी
वैशाखी (Vaishakhi Festival) को खालसा सिरजना दिवस के रूप में मनाया जाता है. आज के दिन ही खालसापंथियों नव वर्ष शुरू होता है. गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना करते हुए सिख समाज को समाज और हिंदुओं की रक्षा के लिए तैयार किया था.Vaishakhi Festival: लंगर का किया गया आयोजन, सभी समुदाय के लोगों ने लिया हिस्सा
इस दौरान गुरुद्वारे में भव्य लंगर का आयोजन किया गया, जिसमें सिख समाज के अलावे अन्य समुदाय के लोगों ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान गुरुद्वारे में पहुंचे गिरिडीह के विधायक सह नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू को गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के प्रधान द्वारा शिरोपा देकर सम्मानित किया गया. श्री सोनू ने उपस्थित संगत को वैशाखी (Vaishakhi Festival) की शुभकामनाएं दीं. लंगर की सेवा हर साल की तरह इस साल भी समाजसेवी रतन गुप्ता द्वारा की गई थी. गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी के प्रधान डाॅ मोंगिया द्वारा रतन गुप्ता को भी सिरोपा देकर सम्मानित किया.Vaishakhi Festival: मौके पर ये लोग रहे मौजूद
मौके पर सिंह सभा के सचिव नरेंद्र सिंह सलूजा उर्फ सम्मी, चरणजीत सिंह सलूजा, अमरजीत सिंह सलूजा, कुंवरजीत सिंह सलूजा, मंजीत सिंह, गुरविंदर सिंह सलूजा, तरणजीत सिंह सलूजा उर्फ बंटी, जोरावर सिंह सलूजा, बलविंदर सिंह सन्नी, गुरदीप सिंह बग्गा, परमजीत सिंह कालू, ऋषि सिंह, राजेंद्र सिंह बग्गा, राजू चावला, हरमिंदर सिंह बग्गा, गोल्डी सिंह समेत काफी संख्या में समाज के महिला-पुरूष व बच्चे मौजूद थे.
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