Giridih News : बगोदर प्रखंड के सरकारी विद्यालयों में भवन व कमरों के अभाव में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ग्रहण करने में परेशानी हो रही है. बच्चों के सर्वांगीण विकास पर भी असर पड़ रहा है. ऐसा ही कुछ हाल मंझलाडीह स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय का है. इस विद्यालय में पांच कमरों में वर्ग एक से आठ तक की पढ़ाई होती है. एक से वर्ग तीन तक के बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते हैं. विद्यालय में कक्षा 400 विद्यार्थी नामांकित हैं. यहां के पांच कमरों में से दो कमरे कंप्यूटर लैब व कार्यालय के लिए बना हुआ है. एक कमरे को रसोई घर बना दिया गया है. विद्यालय में तीन सरकारी व चार सहायक शिक्षक हैं.
कमरों का है अभाव :
प्रधानाध्यापक मिथिलेश कुमार ने बताया कि कमरों का अभाव है. इसलिए बच्चों को बाहर जमीन पर बैठाना पड़ता है. इससे बरसात और गर्मी के दिनों में बच्चों को काफी परेशानी होती है. वहीं चहारदीवारी नहीं रहने से दोपहर में भोजन के समय बच्चे परेशान रहते हैं. आवारा जानवर भी स्कूल कैंपस में घूमते रहते हैं. इसको लेकर विभाग के अधिकारियों को आवेदन दिया गया है, लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं हुई है. वहीं, विद्यालय में विषयवार शिक्षकों का अभाव है. विद्यालय में भाषा शिक्षक की कमी है.कंप्यूटर हैं, शिक्षक नहीं :
यहां बच्चों के तकनीकी ज्ञान के लिए आठ सेट कंप्यूटर हैं, लेकिन कंप्यूटर शिक्षक नहीं हैं. इसके अलावे इसी कैंपस में बीआरसी का कार्यालय है, जिसमें लगातार बैठक और अन्य कार्यक्रम होने से भी आवाजाही का रास्ता स्कूल से ही होता है. इससे बच्चों की पढ़ाई भी बाधित होती है. विद्यालय में शौचालय और पानी की सुविधा है, लेकिन तड़ित चालक नहीं है. इससे बरसात दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.कमरे का कराया जायेगा निर्माण :
बीइइओ अशोक कुमार ने कहा कि पूरे प्रखंड के कई स्कूलों की स्थिति ऐसी है. विद्यालयों में अतिरिक्त कमरे के निर्माण के लिए विभाग को पत्र लिखा जायेगा. विभागीय स्तर पर फंड रहने पर कमरों का निर्माण किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है