पचरुखी पश्चिमी भाग से लगभग आधा किमी में रोड पर बने बड़े-बड़े गड्ढों में जल जमाव और कीचड़ से लोगों को आवागमन में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. धनवार से बल्हारा व घोड़थंभा को जोड़ने वाले इस मार्ग से हजारों लोगों का आवागमन होता है. प्रतिदिन सैकड़ों छोटी-बड़ी गाड़ियों का परिचालन होता है. पचरुखी पश्चिमी छोर में जहां से यह रोड जर्जर हुई है, वहां एक सरकारी स्कूल, पंचायत सचिवालय, टीचर ट्रेनिंग कॉलेज तथा निजी हॉस्पिटल है. प्रतिदिन विद्यार्थी समेत सैकड़ों लोग कार्यों से इन संस्थानों में आते ही हैं.
पिछले कई वर्षों से है यह स्थिति
पिछले कई वर्षों से यहां यह स्थिति है. बारिश होने से यह परेशानी कई गुना बढ़ जाती है. बघमारी, पहाड़पुर, महुआटांड़, बरसिंघी, बोना- कोड़ाडीह, दुर्जनाडीह, लपसियाटांड़, भेलवापहरी, कारुडीह, सापामारन, राजगढ़ा, बादीडीह, दुघरवा, रातबाद, पड़रिया, मोदीडीह, डुमरडीहा, गोदोडीह, बरोटांड़, भलुटांड़, श्रीमनडीह, दरवेडीह, घोषणाडीह समेत अन्य गांव की लगभग 30 हजार की आबादी प्रभावित हो रही है.
रोड मरम्मत की मांग : स्थानीय मुखिया बैजंती देवी, पूर्व मुखिया सुनयना देवी, शंकर पासवान, सलमा खातून, खुशबू कुमारी, मितन राणा, अजीत रजक, अशोक विश्वकर्मा, साहबान अंसारी, विजय वर्मा, दीपक वर्मा, समसुल अंसारी, सफी अंसारी, सद्दीक अंसारी, सलामत अंसारी, दीपक सिन्हा, राज सिन्हा, छोटू साव, राजू शर्मा, तजमुल अंसारी, प्रदीप राम, पवन राय, किताबी बीबी, सकूर अंसारी, अजय आनंद, कांग्रेस यादव, बाबूचंद पंडित, सुनील कुंवर, मनोज सिंह, मनीष राज, सुमन सिन्हा, संजय शर्मा, सतीश शर्मा, विनय भारती, लखन ठाकुर, डेगलाल भारती आदि ने जनप्रतिनिधियों व विभाग से सड़क निर्माण की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

