झारखंडधाम. हर घर को नल से जल देने की योजना जमुआ प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्र में फ्लॉप साबित हो रही है. बोरिंग होने व जलमीनार बनने के बाद भी ग्रामीणों को पानी नसीब नहीं हो रहा है. कई जगहों पर संवेदक आधा-अधूरा कार्य छोड़कर गायब हो गये हैं. नल जल योजना की मॉनीटरिंग कर रहे पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारी भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं. कुछ ऐसा ही मामला प्रखंड के प्रतापपुर व टीकामगहा का है. यहां साल भर पहले योजना का काम शुरू हुआ. बोरिंग हुई और जलमीनार बना, लेकिन ग्रामीण पानी के लिए आज भी तरस रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि गांव के 36 घरों को पानी पंहुचाना था, लेकिन वर्तमान में जलमीनार शोभा की वस्तु बन कर रह गयी है. कुछ ऐसा ही मामला मुरखरी, तारा, चुंगलो, भोगतियाडीह, दलिया, टिकामघा, रेंबा, चुंगलखार,करिहारी, धुरगडगी का भी है.
शिकायत मिली है, होगी कार्रवाई : जेई
कनीय अभियंता (जेई) नरोत्तम सिंह मुंडा ने कहा कि संबंधित संवेदकों को कार्य में सुधार कर हर घर नल से जल देने का निर्देश दिया गया है. कुछ गांवों से शिकायत मिली है. मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी.
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