छात्रवृत्ति नहीं मिलने से नाराज विद्यार्थियों ने मंगलवार को झंडा मैदान से विरोध मार्च निकाला. यह मार्च डीसी कार्यालय की ओर कूच कर या. इस विरोध मार्च का नेतृत्व आजसू छात्र संघ गिरिडीह जिला सचिव अक्षय यादव ने किया. वक्ताओं ने कहा कि विधायिका-कार्यपालिका की वेतन-सुविधा-भत्ता को लेकर सरकार जितनी चिंतित है, उसे देखते हुए विद्यार्थियों की परेशानी की कोई फिक्र नहीं. इसी आलोक में आगामी 27 को विद्यार्थियों का राज्यव्यापी आंदोलन होगा.
छात्रवृत्ति नहीं मिलने से
विद्यार्थी परेशान
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार के आपसी विवाद से हजारों विद्यार्थी प्रभावित हो रहे हैं. विभिन्न स्कूलों, कोचिंग संस्थानों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे 10 वीं, 11वीं, 12 वीं, यूजी, पीजी, बीएड, लॉ, बीटेक, फार्मेसी और इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों को 2024-25 सत्र की छात्रवृत्ति अब तक नहीं मिल सकी है. 2025-26 के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, पर पिछले सत्र की छात्रवृत्ति जारी होने के कोई संकेत अभी तक नहीं दिख रहे हैं. फाइनल अप्रूवल के बावजूद लाखों छात्र एक वर्ष से भुगतान की प्रतीक्षा कर रहे हैं.
सरकार की प्राथमिकता में छात्र नहीं
अक्षय यादव ने आरोप लगाया कि गत पांच वर्षों में नेताओं, मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों के वेतन और सुविधाओं में जहां दो-तीन गुना वृद्धि हुई है, वहीं विद्यार्थियों को अपनी छात्रवृत्ति के लिए दो वर्षों तक इंतजार करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि आगामी 27 नवंबर को झारखंड प्रदेश आजसू छात्र संघ द्वारा राज्य स्तरीय आंदोलन किया जाएगा. यह आंदोलन रांची के मोरहाबादी मैदान से झारखंड राजभवन तक निकाला जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं के जुटने की संभावना है.
इनकी थी उपस्थिति :
डीसी कार्यालय पहुंचे छात्रों ने झारखंड सरकार के कल्याण विभाग के नाम से डीसी रामनिवास यादव को ज्ञापन सौंपा. प्रदर्शन में स्कूल और कोचिंग संस्थानों के बड़ी संख्या में आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं के अलावा कुंदन चंद्रवंशी, बंटी कुमार, दिलीप मंडल, अंकित राज, पोखन यादव, सौरव सहित अन्य छात्र भी शामिल रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

