सरकार स्वास्थ्य विभाग को बेहतर बनाने के लिए लाखों रुपये खर्च करती है. यहां तक की मरीजों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य केंद्रों व सदर अस्पतालों में एंबुलेंस वाहन उपलब्ध कराई है. लेकिन अधिकतर एंबुलेंस खराब और उनकी हालत खस्ताहाल है. ऐसा ही हाल गिरिडीह के सदर अस्पताल में देखने को मिला. 108 एंबुलेंस देवरी स्वास्थ्य केंद्र हुए रेफर मरीज को लेकर ज़िला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल आया था. अस्पताल में आने के बाद एम्बुलेंस में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी ने मरीज को नीचे उतारकर इलाज के लिए ड्रेसिंग रूम में पहुंचा दिया. उक्त समय उसे एंबुलेंस लेकर जाने के निर्देश मिला. लेकिन काफी मशक्कत के बाद भी एम्बुलेंस स्टार्ट नहीं हुआ. इसके बाद एंबुलेंस चालक ने आसपास के लोगों को एम्बुलेंस को धक्का मारने को कहा, काफी देर तक लोग धक्का मारते रहे. इसके बावजूद एम्बुलेंस स्टार्ट नहीं हुआ. अंततः परेशान होकर सारे लोगों ने छोड़ दिया और वापस चले गये. इसके बाद चालक ने वह एम्बुलेंस को सदर अस्पताल परिसर में ही छोड़कर चला गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है