प्रशासन समय-समय पर अभियान चलाता है, लेकिन इस समस्या का समाधान नहीं हो रहा है. जिले के कई इलाकों में पत्थर, बालू, कोयला, गिट्टी समेत अन्य सामग्री से लदे ट्रक तय मानकों की अनदेखी करते हुए सड़कों पर फर्राटा भरते नजर आते हैं. खासकर रात के समय ओवरलोड ट्रकों की आवाजाही और भी बढ़ जाती है, जिससे हादसों की आशंका बनी रहती है. रात में भारी ट्रकों की तेज रफ्तार आवाजाही के कारण सड़कों पर लोगों का चलना मुश्किल हो गया है.
कार्रवाई सिर्फ कागजों तक सीमित, सड़कों पर नियमों की उड़ रहीं धज्जियां
परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस समय-समय पर ओवरलोड वाहनों के खिलाफ विशेष अभियान चलाता है, लेकिन इन अभियानों का कुछ विशेष असर नहीं दिखता है. कार्रवाई के दौरान कुछ दिनों तक सड़कों पर सख्ती दिखाई देती है, जगह-जगह वाहनों की जांच की जाती है और कुछ ट्रकों पर जुर्माना भी लगाया जाता है, लेकिन अभियान समाप्त होते ही स्थिति फिर पहले जैसी हो जाती है. ओवरलोड ट्रक दोबारा बिना किसी डर के सड़कों पर दौड़ने लगते हैं. कार्रवाई अक्सर चुनिंदा स्थानों और सीमित समय तक ही होती है, जिससे ट्रक चालकों और ट्रांसपोर्टरों को पहले से इसकी जानकारी मिल जाती है. इसके बाद वे वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करते हैं या कुछ समय के लिए परिचालन रोक देते हैं. इससे प्रशासनिक कार्रवाई पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. इसके अलावा, ओवरलोडिंग पर लगने वाले जुर्माने भी कई बार ट्रांसपोर्टरों के लिए मामूली साबित होते हैं, जिससे उनमें नियमों का पालन करने की प्रवृत्ति विकसित नहीं हो पा रही है. लोगों का कहना है कि जब तक नियमित और पारदर्शी जांच व्यवस्था लागू नहीं की जाती और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होती, तब तक ओवरलोड ट्रकों की समस्या पर पूरी तरह काबू पाना मुश्किल है.
ओवरलोड वाहनों पर कसा जायेगा शिकंजा, जल्द चलेगा विशेष अभियान : डीटीओ
जिला परिवहन पदाधिकारी संतोष कुमार ने ओवरलोड वाहनों को लेकर कहा कि जिले में ओवरलोड मालवाहक वाहनों की बढ़ती संख्या ना सिर्फ सड़क सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बनती जा रही है, बल्कि इससे सड़कों की हालत भी तेजी से खराब हो रही है. बताया कि ओवरलोड वाहन अक्सर संतुलन खो देते हैं, जिससे सड़क हादसों की आशंका कई गुना बढ़ जाती है. ऐसे हादसों में निर्दोष लोगों की जान जाने के साथ-साथ सरकारी संपत्ति को भी भारी नुकसान होता है. उन्होंने कहा की इन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए परिवहन विभाग जल्द ही जिलेभर में ओवरलोड वाहनों के खिलाफ विशेष अभियान शुरू करेगा. इस दौरान नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों की सघन जांच की जायेगी और दोषी पाए जाने पर नियमानुसार जुर्माना व अन्य कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
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