समाहरणालय सभागार में डीसी रामनिवास यादव, एसपी डॉ विमल कुमार, डीडीसी स्मृता कुमारी, एसडीओ श्रीकांत यशवंत विस्पुते, जिला खेल पदाधिकारी अर्जुन बारला समेत अन्य संबंधित अधिकारियों ने मेजर ध्यानचंद की चित्र पर मल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इस अवसर पर भारतीय खेलों में उनके अतुलनीय योगदान को याद किया गया. इस दौरान उनके संघर्ष, हॉकी में हासिल की गई उपलब्धि, भारतीय हॉकी को दुनिया में दिलाए गए गौरव को याद किया गया. डीसी ने कहा कि मेजर ध्यानचंद का जीवन हम सभी के समर्पण, अनुशासन और देशभक्ति की सीख देता है. इसके उपरांत डीसी ने राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाते हुए उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी. राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर सभी का स्वागत करते हुए प्रतियोगिता में भाग ले रहे सभी बच्चों को शुभकामना दी. साथ ही उन्होंने कहा कि खेल गतिविधियों से जहां बच्चे एक दूसरे का सम्मान करना सीखते हैं, बल्कि शारीरिक व मानसिक तौर पर भी मजबूत बनते हैं. आज शिक्षा के साथ-साथ खेलों का महत्व भी बढ़ा है तथा खेलों के माध्यम से भी बच्चे अपना बेहतरीन भविष्य बना रहे हैं. डीसी ने कहा कि राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर तीन दिवसीय विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का शुभारंभ किया जा रहा है जिसके तहत बैडमिंटन, योगा कार्यक्रम, साइकिलिंग आदि जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. कहा कि हमारे जीवन में खेलों का बड़ा महत्व होता है. मनुष्य के स्वस्थ शरीर और दिमाग को विकसित करने के लिए खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खेल कई प्रकार के होते हैं, जो हमारे शारीरिक के साथ मानसिक विकास में मदद करते हैं. खेलों के जरिए तनाव को आसानी से दूर किया जा सकता है. डीसी ने खिलाड़ियों को खेल भावना के साथ-साथ अनुशासित तरीके से खेलते हुए एक उदाहरण पेश करने की बात कही.
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