बगोदर प्रखंड कार्यालय से सटे मंझलाडीह स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय का भी यही हाल है. यहां चहारदीवारी नहीं बनी है. यहां तक कि इसी कैंपस में प्रखंड शिक्षा प्रसार अधिकारी (बीइइओ) का दफ्तर भी चलता है. चहारदीवारी नहीं होने से दोपहर भोजन के समय बच्चों को परेशानी होती है. जानवर भी स्कूल कैंपस में घूमते रहते हैं.
चार सौ से अधिक बच्चे हैं नामांकित
यहां कक्षा एक से लेकर आठवीं तक पढ़ाई होती है, जिसमें 400 से अधिक बच्चे नामांकित है. विद्यालय छह कमरे हैं. तीन सरकार और चार सहायक शिक्षक चार हैं. कमरों का में बच्चों को बाहर जमीन पर बैठाना पड़ता है, जिससे बरसात और गर्मी में बच्चों को परेशानी होती हैं. विद्यालय में एमडीएम नियमित है. साथ ही विद्यालय में बच्चों के अनुपात में शौचालय नहीं है. इसके लिए विभाग के अधिकारियों को आवेदन दिया गया है, लेकिन कोई पहल नहीं हुई है. विद्यालय में भाषा शिक्षक की कमी है. विद्यालय में बच्चों को तकनीकी ज्ञान के लिए एक कंप्यूटर शिक्षक हैं. दो शिक्षकों का ट्रांसफर इसी माह हो जायेगा, जिससे मात्र चार शिक्षक विद्यालय में बचेंगे.परिसर में है बीआरसी कार्यालय
इसी परिसर में बीआरसी का कार्यालय है. यहां लगातार बैठक और अन्य कार्यक्रम होने से भी बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है. विद्यालय के शिक्षक अजीत कुमार शर्मा ने बताया कि अतिरिक्त कमरों को लेकर पहल की गयी है. निविदा निकालने के बाद ही निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

