केंद्र व राज्य सरकार के दबाव के बाद कंपनी ने तीन महीने की मजदूरी का भुगतान कर दिया है. बता दें कि गुरुचरण दुबई में ट्रांसमिशन कंपनी में काम करने पिछले साल गया था. तीन माह से मजदूरी नहीं मिलने के कारण खाने-पीने में उसे परेशानी हो रही थी. वेतन मांगने पर धमकी दी जा रही थी. साथ ही उसे एक कमरे में बंद कर एक समय का खाना दिया जा रहा था. उसने प्रवासी मजदूरों के हित में काम करने वाले समाजसेवी सिकंदर अली के माध्यम से वीडियो संदेश जारी किया था. इसके बाद केंद्र व राज्य सरकार ने पहल शुरू की. दोनों सरकार की पहल पर उसकी वतन वापसी संभव हो सकी. उसके घर लौटने पर परिजनों ने भी राहत की सांस ली है.
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