पीरटांड़ के कस्तूरबा विद्यालय में एक छात्रा की तबीयत खराब होने पर इलाज न कराने का मामला सामने आया है. बच्ची के बीमार होने पर चायपत्ती खिलाकर विद्यालय प्रशासन उसे ठीक करने की कोशिश करता रहा. जब बच्ची ठीक नही हुई, तो उसके अभिभावक को इसकी सूचना दी गयी.
अभिभावक मनोज गुप्ता अपनी बहन को लेने कस्तूरबा विद्यालय पीरटांड़ पहुंचे, तो कस्तूरबा की छात्रा ने स्कूल की पोल खोलकर रख दी. उन्होंने मामले को लेकर बीडीओ मनोज कुमार मरांडी से शिकायत की है. बीडीओ ने कहा है कि कस्तूरबा विद्यालय प्रबंधन को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा.बता दें कि भारती चलकरी की एक छात्रा खुशबू कुमारी कई दिनों से पेचिस बीमारी से ग्रसित थी. इसमें उसका इलाज कराने के बजाय उसे कच्ची चायपत्ती खिलायी जा रही थी. चाय पत्ती से पेचिस में सुधार होने के बजाय और बढ़ता चला गया. इसके बाद खुशबू के परिजन को सूचना दी गयी.
सूचना पर खुशबू के भाई मनोज गुप्ता शनिवार को स्कूल पहुंचे और खुशबू का इलाज चिरकी में करवाया. इसके बाद मनोज ने इसकी सूचना अधिकारियों को दी.मनोज ने अधिकारियों को दिए आवेदन में कहा है कि कस्तूरबा स्कूल में पूरी मनमानी चलती है. छात्राओ के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है. छात्रा खुद प्रबंधन से शिकायत तक नहीं कर सकती. अगर शिकायत करती हैं तो उसे दंडित किया जाता है. यहां तक कि छात्राओं को अपने अभिभावकों से भी बात करने नहीं दिया जाता है. बता दें कि पहले भी पीरटांड़ के कस्तूरबा विद्यालय का विवादों से नाता रहा है. पूर्व में भी मनमानी का आरोप लगता रहा है.
बीडीओ बोले – कार्रवाई की जाएगी
बीडीओ मनोज कुमार मरांडी ने कहा है कि शिकायत मिली है. स्कूल प्रबंधन को शो काज किया जाएगा. शिक्षा विभाग के बीपीओ भोला कुमार राय ने कहा कि हमें ऐसी सूचना नहीं है.
अगर स्कूल में इस तरह की घटना हुई है तो जांच के बाद उचित कार्रवाई होगी. इस बारे में कस्तूरबा के वार्डन से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन संपर्क नहीं हो सका.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है