इसको लेकर सिख समुदायएक सप्ताह पूर्व से प्रतिदिन प्रभात फेरी निकाल रहा था. बुधवार को ही अखंड पाठ का समापन हुआ. वहीं, मंगलवार को नगर कीर्तन तथा शोभा यात्रा निकाली में श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. बुधवार को काफी संख्या में लोगों ने लंगर का प्रसाद छका.
सजाया गया दीवान
इसमें गुरु का दीवान सजाया गया. गुरुद्वारा साहिब के ज्ञानी अमरजीत सिंह ने कहा कि प्रत्येक वर्ष की भांति सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरुनानक देव जी महाराज ज्ञानी, महात्मा व अकाल पुरख अथवा ईश्वर के अवतार थे. गुरु नानक देव जी ने लोगों को संदेश दिया कि ईश्वर सबके अंदर है और प्रकृति में भी मौजूद है.
ये थे उपस्थित
मौके पर सरदार मनोहर सिंह बग्गा, ज्ञानी अमरजीत सिंह, राजेंद्र मखीजा, सिमरन सिंह, आलोकित मखीजा, विशाल गंभीर, आकाश जुनेजा, संजय सलुजा, आयुष सिंह, शम्मी सिंह, सैंकी सिंह, विक्की आजमानी, विक्की चावला, दीपू सोनी, बाबू सिंह, मोनू मखीजा, सन्नी सलूजा,आशु सलूजा, अमित आजमानी, ऋषभ आजमानी, सोनू गंभीर, सोनू सोनी, विक्की सोनी समेत सैंकड़ों लोग मौजूद थे.
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