बिरनी प्रखंड से पांच किमी दूर पड़रिया पंचायत के राजादौर में लगभग 250 एकड़ जमीन पर 25-30 वर्ष पूर्व वन विभाग ने अकेसिया के पौधे लगाये थे. ये पौध अब विशाल पेड़ में बदल गये हैं. लोगों की नजर अब इन पेड़ों पर लगी हुई है. लोग प्रतिदिन जंगल से अकेसिया के पेड़ काटकर ले जा रहे हैं. इसे बचाने की गुहार पड़रिया पंचायत की उपमुखिया ने बिरनी के सीओ संदीप मधेशिया को आवेदन देकर लगायी है. कहा है कि आसपास के कुछ लोग मशीन से पेड़ काटकर ले जा रहे हैं. पिछले, बुधवार एक व्यक्ति ने सैकड़ों हरे पेड़ काटने की सूचना उन्हें दी थी.
कर्मियों के साथ रेंजर पहुंचे स्थल पर
उन्होंने सीओ के अलावा वन विभाग के रेंजर व उच्च अधिकारी को इसकी सूचना दी है. गुरुवार को वन विभाग के रेंजर व उनके अन्य कर्मी पेड़ों की कटाई स्थल पर जांच करने पहुंचे. पेड़ों की कटाई देखकर कहा कि यह हमारे विशेषाधिकार क्षेत्र में नहीं है. पकड़े गये ट्रैक्टर में लकड़ी नहीं है. यह मामला अंचलाधिकारी से संबंधित है. कहा कि सरकार मिशन लाइफ के प्रति लोगों को जागरूक कर रही है और एक पेड़ मां के नाम जैसे कार्यक्रम का आयोजन कर रही है. निजी जमीन पर लगे एक हरे पेड़ काटने के लिए आमलोगों को विभाग से अनुमति लेनी पड़ती है. अनुमति नहीं लेने पर विभाग कार्रवाई करता है. वहीं, राजादौर में सैकड़ों हरे पेड़ काट लिए गये. सीओ ने कहा कि जांचोपरांत कार्रवाई की जायेगी.
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