Giridih News: बेंगाबाद के हतवा जंगल में इन दिनों अगलगी की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है. रोज कई अलग-अलग जगहों पर आग लगने से वन संपदा को नुकसान हो रहा है. वहीं विभागीय कर्मियों को भी आग बुझाने में परेशानी झेलनी पड रही है. वनकर्मी ग्रामीणों को जागरूक करते हुए जंगल में आग नहीं लगाने की अपील कर रहे हैं. इसके बावजूद महुआ चुनने के लिए जंगल में आग लगाने की घटना रुकने का नाम नहीं ले रही है. सोमवार को हतवा जंगल के आधा दर्जन स्थानों पर आग लगने के कारण दिनभर वनकर्मी परेशान रहे. वहीं देर रात को बेंगाबाद और बड़कीटांड़ सीमाना पर स्थित चोरपहरी जंगल में आग लग गयी. लपटें उठते देख आसपास के ग्रामीण वहां पहुंचे और आग को बुझाने में जुट गये. कडी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.
महुआ चुनने के लिए पेड़ के पास आग लगा देते हैं ग्रामीण :
फाॅरेस्टर दिवाकर तांती ने बताया महुआ चुनने के लिए ग्रामीण महुआ पेड़ के पास आग लगा देते हैं, जिससे जंगल में आग फैल रही है. कहा कि महुआ चुनने पर कोई रोक नहीं है, लेकिन ग्रामीण जंगल को आग के हवाले ना करें. कहा कि जंगल में आग लगने से वन संपदा को नुकसान पहुंचता ही है. जंगली जानवर भी झुलस जाते हैं. जंगल घना होने के कारण अग्निशामक दल को पहुंचने में भी परेशानी होती है. ऐसे में ग्रामीणों को ही सजगता दिखानी होगी, ताकि वन संपदा को नुकसान से बचाया जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है