विश्व जनसंख्या दिवस पर मातृत्व शिशु अस्पताल में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
बढ़ती जनसंख्या को लेकर समाज में जागरूकता के उद्देश्य से चैताडीह स्थित मातृत्व शिशु अस्पताल में विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर शुक्रवार को कार्यक्रम हुआ. कार्यक्रम की शुरुआत डीपीएम प्रतिमा कुमारी, डॉ आरपी दास, डॉ रेखा झा, डीआर मधुलिका समेत स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारियों ने दीप प्रज्वलित और गौतम बुद्ध की तस्वीर पर माल्यार्पण कर की. इस अवसर पर उपस्थित चिकित्सकों और अधिकारियों ने बताया कि हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है, जिसकी शुरुआत संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 1989 में की थी. इसका उद्देश्य जनसंख्या विस्फोट और उसके सामाजिक, आर्थिक व स्वास्थ्य संबंधी प्रभावों को लेकर आमजन में जागरूकता फैलाना है. इस वर्ष की थीम मां बनने की उम्र वही, जब तन और मन की तैयारी सही को ध्यान में रखते हुए महिलाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, सुरक्षित मातृत्व, प्रसव पूर्व और प्रसव पश्चात देखभाल तथा परिवार नियोजन की जरूरत पर विशेष रूप से जोर दिया गया. वक्ताओं ने कहा कि आज के समय में सही उम्र और सही अंतराल पर संतान जन्म लेना आ केवल महिला स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, बल्कि एक स्वस्थ समाज की नींव भी है. कार्यक्रम में यह जानकारी दी गयी कि 31 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया जायेगा. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष आउटरीच कार्यक्रम चलाये जाएंगे, जिसमें योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों की जानकारी दी जायेगी. डॉ रेखा झा और डॉ आरपी दास ने कहा कि जनसंख्या को नियंत्रित करना केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज के हर व्यक्ति की सहभागिता जरूरी है. उन्होंने कहा कि छोटा परिवार, सुखी परिवार और सही अंतर ही है स्वस्थ मां एवं स्वस्थ बच्चे का आधार इन सिद्धांतों को अपनाकर हम आने वाले समय में स्वास्थ्य सेवाओं पर बढ़ते बोझ को कम कर सकते हैं. वहीं, डीपीएम प्रतिमा कुमारी ने कहा कि आगामी दिनों में आंगनबाड़ी केंद्रों, स्वास्थ्य उपकेंद्रों और पंचायत भवनों में विशेष शिविर की जानकारी दी. इसके अलावा फील्ड हेल्थ वर्करों के माध्यम से घर-घर जाकर भी परिवार नियोजन पर जागरूकता फैलायी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

