सोमवार की देर शाम हाथियों के झुंड से बिछड़े तीन-चार हाथियों के झुंड कुदर पंचायत में प्रवेश कर गया जो देर शाम पिपराटांड़ में चहलकदमी रहा. वहीं फिर धरगुल्ली पंचायत के भोक्ता थान, मनिया में प्रवेश कर गया जिस दौरान खेमलाल महतो और महेश मंडल का चहारदीवारी को तोड़ दिया है. हाथियों के गांव में घुसने की सूचना देर शाम में ही वन विभाग को दी गयी जहां वन विभाग गांव पहुंचकर ग्रामीणों के सहयोग से हो हल्ला मचाते हुए खदेड़ने का काम किया गया. वहीं रात में हाथियों के झुंड ने खेत में बने चहारदीवारी भी तोड़ दिया है और खेत में लगे सब्जी को भी नुकसान पहुंचाया है. इधर रात में हाथियों को खदेड़कर बगोदर वन क्षेत्र से दूसरे वन क्षेत्र में भेजा गया है जिससे किसानों ने राहत ली है.
किसी का मकान, तो किसी की चहारदीवारी को तोड़ी
बताते चलें कि पिछले तीन दिनों से बगोदर वन क्षेत्र में हाथियों के द्वारा फसलों को रौंदा हैं जिसमें किसानों के मिट्टी का मकान तो किसी की चहारदीवारी को तोड़ दिया है. किसानों का कहना है कि हर साल हाथियों का दस्तक बगोदर वन क्षेत्र में होता है जो दो-चार दिनों तक रहता है. किसानों को भारी नुकसान पहुंचाते हैं. इसका अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं होने के कारण परेशानी बनी हुई है. हाथियों ने बीते तीन दिनों में कुदर पंचायत के झगडू यादव, भूषर महतो, शांति देवी, बुधन राणा, सुंदर यादव, गान्गो राणा, धनम शेख, लक्ष्मण रजक, दशरथ मोदी, गुजर मोदी, नागेश्वर रजक, मनान शेख, विजया लक्ष्मण देवी, प्रभु तुरी, राजेश तुरी, गोमती मसोमात, दुलारचंद यादव, रंजीत सिंह, महेश मंडल, गोविंद मंडल, ईश्वर नायक, मोहन तुरी का घर का दरवाजा और किसानों के खेतों में लगे गन्ने को बर्बाद कर दिया है. भुक्तभोगियों ने वन विभाग से जल्द मुआवजा की मांग की है.
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