राजद के जिला कार्यकारी अध्यक्ष शंकर यादव ने बुधवार को कहा कि जिले के दोनों सप्लायरों को जमुआ सीएचसी प्रभारी द्वारा दवाई भेजने का आर्डर दिया गया था, तो फिर मंगलवार को हॉस्पिटल के स्टॉर कीपर व अन्य स्वास्थ्य कर्मी दवा क्यों नहीं रिसीव कर रहे थे. किसके आदेश से दवा लदे टोटो को वहां से वापस किया जा रहा था. फिर उसी दवा कार्टून में नॉट फॉर सेल का मेडिसिन कैसे आ गया. इन विषयों की जांच उपायुक्त एक जांच टीम से करायें, तभी भ्रष्टाचार का खुलासा हो पायेगा. जमुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मियों को कल से ही जमुआ के पदाधिकारी द्वारा हड़काया जा रहा है. बगैर जांच किये पुनः हॉस्पिटल में दवाएं अनलोड करा दवा की हेराफेरी करनेवाले गिरोह का मनोबल बढ़ा दिया गया है. इस मामले को लेकर जल्द स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर वस्तुस्थिति से उन्हें अवगत कराया जायेगा.
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