18 नवंबर से 20 नवंबर तक चले इस आकलन परीक्षा में प्रखंड की कक्षा एक से कक्षा 12 तक के लगभग 500 शिक्षक परीक्षा में शामिल हुए. प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि इस परीक्षा का उद्देश्य शिक्षकों की वर्तमान शैक्षणिक स्थिति और प्रशिक्षण संबंधित आवश्यकताओं का मूल्यांकन करना है. सरकार द्वारा की जा रही इस पहल का उद्देश्य परीक्षा परिणाम के आधार पर प्रत्येक शिक्षक के लिए उपयुक्त प्रशिक्षण मॉडल तैयार किया जाना है, जिससे कि वह अपनी शिक्षण विधियां को और अधिक प्रभावशाली बना सकें. बताया कि तीन दिनों तक दोनों पालियों में शिक्षकों ने परीक्षा दी. परीक्षा को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने में बीपीओ के अलावा बीआरपी-सीआरपी का योगदान रहा.
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