कोयला चोरी से राज्य सरकार और सीसीएल को राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है. यूं तो पिछले दिनों जिला प्रशासन ने कबरीबाद के समक्ष छापेमारी अभियान चलाकर भारी मात्रा में अवैध कोयला और पांच बाइक जब्त किया था. लेकिन, इस अभियान के चंद दिनों बाद पुन: कोयला तस्करों की सक्रियता बढ़ गयी है. अब सीसीएल सुरक्षा विभाग माइकिंग का सहारा ले रहा है. बता दें कि चोर कोयला की ढुलाई बाइक से करते हैं. खास बात यह है कि सुबह में बनियाडीह, अकदोनी, सेंट्रलपिट, चिलगा, पपरवाटांड़, महेशलुंडी, करहरबारी, बदडीहा समेत अन्य मुख्य मार्गों से होकर बाइक के सहारे कोयले को टपाने का धंधा चल रहा है. जिस वक्त बाइक से कोयला को ले जाया जाता है, उसी वक्त बच्चे स्कूल जाते हैं. ऐसे में अभिभावकों को दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. कोयलांचल क्षेत्र के अलाव शहरी क्षेत्र के मुख्य मार्गों से होकर अवैध कोयला लदा बाइक गुजरती है, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
कार्रवाई की दी जा रही है चेतावनी
इधर, कोयला चोरी पर रोक लगाने के लिए सीसीएल सुरक्षा विभाग माइकिंग अभियान सहारा ले रहा है. सुरक्षा विभाग की टीम माइकिंग कर कोयला चोरी नहीं करने की चेतावनी दे रही है. माइकिंग अभियान कबरीबाद आउटसोर्सिंग पैच के आसपास चलाने के साथ-साथ कई गांवों में चलाया जा रहा है. इस संबंध में सुरक्षा विभाग के इंस्पेक्टर नकुल नायक ने बताया कि गिरिडीह कोलियरी के महाप्रबंधक गिरिश कुमार राठौर व परियोजना पदाधिकारी जीएस मीणा के निर्देश पर कोयला चोरी के खिलाफ निरंतर अभियान चलाया जा रहा है. जीएम और पीओ के निर्देश पर कोयला चोरी पर रोकथाम के लिए माइकिंग की जा रही है. इसके माध्यम से कोयला चोरी को गैरकानूनी और खतरनाक बताया जा रहा है. गांवों में भी यह अभियान चल रहा है. उन्होंने बताया कि यह अभियान जारी रहेगा.
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