मौके पर वार्डन संध्या कुमारी ने छात्राओं को बाल विवाह की कुप्रथा को जड़ से खत्म करने का संकल्प दिलाया. विदित हो कि गत 27 नवंबर को अभियान का एक वर्ष पूरा हो गया. इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को जन-जन तक पहुंचाने और बाल विवाह मुक्त भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु किये जा रहे प्रयासों को और तेज करने के लिए निर्णय लिया गया है. 27 नवंबर 2025 से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 100 दिनों का थीम आधारित अभियान शुरू हुआ है.
मनाया गया दीपोत्सव
इस अभियान के समर्थन में कस्तूरबा परिवार ने कैंडल मार्च निकाला और दीपोत्सव मनाया. कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय चैताडीह की सहायक शिक्षिका वंदना सिन्हा, लेखपाल पंकज पांडेय ने आयोजन में सहयोग किया. गिरिडीह जिले में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान से जुड़ी स्थानीय स्वयं सेवी संस्था बनवासी विकास आश्रम, जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन के सुरेश कुमार शक्ति ने कहा कि गिरिडीह जिला बाल विवाह मुक्त जिला बने, इसके लिए सतत विविध कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. अभियान में समुदाय स्तरीय कार्यकर्ता उत्तम कुमार, भागीरथी देवी, रूपा कुमारी, उत्तम सिंह, उज्ज्वल मिश्रा, राकेश कुमार, सुधा कुमारी आदि जुटे हैं.
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