पहवे दिन उद्घाटन सत्र का आयोजन किया गया. इसमें विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के कुलपति प्रो चंद्र भूषण शर्मा और नीपा की कुलपति प्रो शशिकला बंजारी, डॉ अमित गौतम, निदेशक मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर, डॉ संतोष कुमार लाल, प्राचार्य, सरिया कॉलेज उपस्थित थे. उद्घाटन सत्र में सदस्यों का स्वागत डॉ चारु मल्लिक ने किया.
कॉलेज के प्रयासों की सराहना
विभावि के कुलपति प्रो चंद्र भूषण शर्मा ने सरिया कॉलेज के प्रयास की सराहना की. कहा कि आज देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सबसे अधिक जरूरत है. उच्च शिक्षा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रयासों को प्रयोग में लाकर समाज, छात्र, शिक्षण संस्थान आदि का समुचित विकास किया जा सकता है. उन्होंने देश के शैक्षणिक संस्थानों को विश्व स्तरीय क्यू एस रैंकिंग में स्थान पाने की प्रयास साझा किया. प्रो शशिकला बंजारी ने कहा कि शिक्षक जन्मजात नहीं होते, बल्कि वह लगातार मेहनत से अपने मुकाम को हासिल करते हैं, जिससे गुरु और शिष्य का संबंध स्थापित हो सके. पहले दिन के रिसोर्स पर्सन प्रो मधुमिता बंद्योपाध्याय ने आधुनिक शिक्षा के क्षेत्र में रिसर्च के महत्व की जानकारी पीपीटी के माध्यम से दी. मौके पर कॉलेज के डॉ श्वेता,अरुण कुमार, रवींद्र कुमार मिश्रा, असीत दिवाकर, अलका रानी जोजो सहित देश के विभिन्न कॉलेजों से लगभग 150 प्रतिभागी जुड़े.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

