बिरनी प्रखंड मुख्यालय में उपायुक्त ने लोगों की समस्याओं को देखते हुए आधार सेंटर शुरू करवाया है. इसके साथ ही बीडीओ, सीओ समेत अन्य अधिकारियों को आधार सेंटर पर नजर रखने के निर्देश दिये हैं. इसके बावजूद आधार सेंटर के संचालक मनमाने तरीके से सेंटर चला रहे हैं. जब मन किया तो सेंटर खोला, और जब मन किया तो सेंटर बंद कर चले जाते हैं.
शनिवार को माखमरगो निवासी ममिता कुमारी अपने दो बच्चों को लेकर आधार अपडेट कराने, केशोडीह भरकट्टा की संजू देवी व सावित्री देवी, मरकोडीह की पूनम देवी, सरिया के सिंगदाहा की रीना देवी व सिकंदर साव अपनी पत्नी के आधार में मोबाइल नंबर डलवाने को लेकर आधार सेंटर पहुंचे हुए थे. लेकिन इनमें से किसी का काम नहीं हुआ. सिकंदर साव ने बताया कि वे 11 बजे सुबह आये तो 8 अप्रैल की तारीख दी गयी. वहीं महिलाओं ने बताया कि वे कई दिनों से चक्कर काट रही हैं, लेकिन कोई सुननेवाला ही नहीं है.पहले भी लोगों ने सीओ से की थी शिकायत
लोगों ने आरोप लगाया कि निर्धारित लंबी तिथि देने के बाद भी लौटाया और बार-बार दौड़ाया जाता है. लोगों का आरोप है कि ऐसा करने के पीछे संचालक की मंशा है कि तंग होकर लोग उससे मोटी रकम देकर अपना काम जल्दी करवाने पर विवश हो जायें. बीते 27 सितंबर 2024 को इसी तरह 200-200 रुपये की वसूली किये जाने की शिकायत लोगों ने तत्कालीन सीओ सारांश जैन से की थी. इसके बाद सीओ ने संचालक को फटकार लगायी थी.मनरेगा के कंप्यूटर ऑपरेटर हैं आधार सेंटर के संचालक
बता दें कि प्रखंड मुख्यालय में आधार सेंटर संचालक शिवशंकर पंडित बिरनी प्रखंड मुख्यालय में ही मनरेगा के कंप्यूटर ऑपरेटर हैं. प्रखंड कर्मी होने के नाते उसकी पकड़ सभी लोगों के बीच बनी हुई है, इसलिए यह सब देखकर भी लोग बोलने से मुंह बंद कर लेते हैं. साथ ही मनरेगा के कंप्यूटर ऑपरेटर होने के नाते पूरा समय भी नहीं दे पाते हैं.क्या कहते हैं संचालक सह कंप्यूटर ऑपरेटर
मनरेगा कंप्यूटर ऑपरेटर सह आधार सेंटर के संचालक शिवशंकर पंडित ने बताया कि वे खाना खाने चले गए थे. सभी को समय लिखित रूप से दिया गया जो कि रजिस्टर में लिखा हुआ है. उसके बावजूद लोग समय से पहले आ जाते हैं.मुद्रामोचन को लेकर बीडीओ बोले- हम क्या कर सकते हैं :
बीडीओ ने कहा कि संचालक मनरेगा के कंप्यूटर ऑपरेटर हैं, इसलिए वह दो बजे तक ही समय दे पाते हैं. जिले को पत्र लिखकर दूसरे से सेंटर संचालन करने की मांग की गयी है. मुद्रामोचन को लेकर कहा कि अब हम क्या कह सकते हैं. फिलहाल ला एंड ऑर्डर में लगे हुए हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

