Giridih News: बगोदर प्रखंड के हेसला पंचायत के वार्ड नंबर पांच में पानी की समस्या से महिलाओं को जूझना पड़ रहा है. इस पंचायत के वार्ड नंबर के अंतर्गत मंढला और सुगीटांड़ दो टोले हैं. इन दोनों टोले में करीब पांच सौ से अधिक की आबादी है, लेकिन पानी के लिए मात्र एक सरकारी चापाकल है, जिससे लोगों की प्यास बुझाना संभव नहीं है. नहाने के लिए लोगों को तालाब की ओर जाना पड़ता है. वहीं संपन्न लोग अपने निजी घरों में कुआं व चापाकल लगाकर अपना काम कर रहे हैं. इस टोले में महज एक ही चापाकल है, जिससे महिलाओं को पानी लाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस समस्या को लेकर पंचायत समिति सदस्य शिफा एहसान ने पंचायत समिति की होनेवाली पूर्व की मासिक बैठक में प्रस्ताव भी रखा था. बैठक में कहा गया था कि पंचायत के कई टोले में केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना नल जल योजना सफल नहीं हुई है, और योजना बंद भी हो गयी है. इसे लेकर पेयजल स्वच्छता विभाग को सूचना दी गयी थी कि इस टोले में नल जल योजना के तहत लगे जलमीनार का काम दो सालों से अधूरा है. पूरे टोले में पाइपलाइन भी नहीं बिछायी गयी है, जिस कारण टोले के लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है. विभाग को इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए लंबे समय से बंद पड़ी नल जल योजना को चालू करने की दिशा में पहल करनी चाहिए. पंचायत समिति सदस्य सिफ़ा एहसान ने एक पत्र भी विभाग और प्रखंड कार्यालय को सौंपा था, लेकिन एक माह बाद भी इस पर कोई पहल नहीं हुई है, जिससे महिलाओं को काफी दिक्कत हो रही है. विभाग के जेइ जयप्रकाश यादव ने बताया कि संबंधित शिकायत के आधार पर जांच कर समस्या को दूर किया जायेगा. साथ ही जो अधूरी जल नल योजना है, उसे दुरुस्त करने का कार्य किया जायेगा, ताकि लोगों को पानी मिल सके.
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