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बच्चों की कम उपस्थिति वाले स्कूल होंगे मर्ज
पूरे जिले में बीस से कम बच्चों की उपस्थिति वाले स्कूलों को चिह्नित कर प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. ऐसे विद्यालयों को दूसरे विद्यालयों में मर्ज कर दिया जायेगा. शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए यह फैसला लिया गया है. गिरिडीह : बच्चों की कम उपस्थिति वाले विद्यालयों को मर्ज किया जायेगा. जिले में […]
पूरे जिले में बीस से कम बच्चों की उपस्थिति वाले स्कूलों को चिह्नित कर प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. ऐसे विद्यालयों को दूसरे विद्यालयों में मर्ज कर दिया जायेगा. शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए यह फैसला लिया गया है.
गिरिडीह : बच्चों की कम उपस्थिति वाले विद्यालयों को मर्ज किया जायेगा. जिले में ऐसे विद्यालयों को चिह्नित किया गया है, जहां बच्चों कीउपस्थिति 20 से कम है. साथ ही एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय की दूरी आधा किमी से कम रहने पर भी एक विद्यालय को दूसरे विद्यालय में मर्ज कर दिया जायेगा. इसे लेकर गुरुवार को समाहरणालय के सभाकक्ष में विधायक प्रतिनिधियों व प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों की बैठक हुई. प्रारंभिक शिक्षा समिति की इस बैठक में डीइओ निर्मला कुमारी बरेलिया, डीएसइ कमला सिंह, कोडरमा सांसद प्रतिनिधि अर्जुन बैठा, एडीपीओ पीयूष कुमार व एपीओ अभिनव कुमार सिन्हा भी मौजूद थे.
विद्यालय से ली जायेगी प्रस्ताव पर सहमति : डीएसइ ने कहा कि पूरे जिले में बीस से कम बच्चे वाले विद्यालय को चिह्नित कर प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. क्षेत्र के विधायक से इस प्रस्ताव पर सहमति ली जायेगी और इसके बाद वैसे विद्यालय को दूसरे विद्यालय में मर्ज कर दिया जायेगा. कहा कि प्रस्ताव पर सहमति होने के बाद इसकी संख्या की जानकारी दी जायेगी.
विद्यालय भवन अधूरा रहने पर राशि वापस करने का निर्देश : प्रारंभिक शिक्षा समिति की बैठक के बाद सर्व शिक्षा अभियान कार्यकारिणी समिति की बैठक हुई. बैठक में असैनिक कार्य की समीक्षा की गयी और कहा गया कि जहां पर विद्यालय भवन निर्माण कार्य अधूरा है, वहां के ग्राशिस अध्यक्ष व सचिव को निर्देश दिया गया है कि एक माह के अंदर निर्माण कार्य में दी गयी राशि को वापस करें, अन्यथा दोषियों के खिलाफ नजदीकी थाने में प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
कस्तूरबा की शिक्षिकाओं के स्थानांतरण का प्रस्ताव : बैठक में कस्तूरबा विद्यालय के शिक्षिकाओं के स्थानांतरण का भी प्रस्ताव पारित किया गया.डीएसइ ने बताया कि इस प्रस्ताव को डीसी के पास भेजा जायेगा और वहां से मंजूरी मिलने के बाद कस्तूरबा विद्यालय की शिक्षिकाओं को एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय स्थानांतरित किया जायेगा. बैठक में बीइइओ अबुल वफा, तरुण कुमार, इशाक अंसारी, छक्कु लाल मुर्मू, भूपेंद्रनाथ चौधरी, सुखेन हांसदा, चंद्रशेखर भारती, विधायक प्रतिनिधि दिनेश वर्मा, शिक्षक नेता विनोद राम, मैनेजर सिंह, तेजनारायण महथा, प्रवीण कुमार सिन्हा आदि मौजूद थे.
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