गढ़वा.
सदर अस्पताल गढ़वा के एसएनसीयू में भर्ती एक नवजात शिशु की मौत के मामले में सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार ने एसएनसीयू में तैनात जीएनएम (एनएचएम) नीलू कुमारी को गढ़वा सदर अस्पताल से स्थानांतरित करते हुए उसे मेराल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित कर दिया है. जबकि सीमा कुमारी जीएनएम पर मामूली कार्रवाई करते हुए उसे गढ़वा सदर अस्पताल में ही रखा गया है. सीमा कुमारी को सदर अस्पताल के एसएनसीयू से हटाकर सदर अस्पताल के ग्राउंड में स्थित वार्ड में ड्यूटी करने का आदेश दिया गया है. हालांकि प्रसव कक्ष में पैसे के लेनदेन के मामले में सिविल सर्जन ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. क्या था पूरा मामला : दरअसल गढ़वा थाना क्षेत्र के तिलदाग गांव निवासी जाहिद खान की पत्नी बेबी खातून ने नौ अप्रैल की दोपहर 12:26 बजे नार्मल डिलेवरी से एक लड़की का जन्म दिया था. इसके बाद ड्यूटी पर तैनात नसों ने उससे पांच हजार रुपये की मांग की थी. तब परिजनों ने उन्हें तीन हजार रुपये दिये थे. इससे नाराज होकर नवजात की बिना सफाई किये उसे परिजन को दे दिया गया था. बाद में बच्ची को सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू में भर्ती कराया गया. परिजनों का आरोप था कि वहां उन्हें बच्ची को नहीं देखने दिया गया था तथा रविवार की दोपहर तीन बजे जब नवजात को वे लोग देखने गये, तो उसके हाथ एवं पैर में रक्त बह रहा था. अख़रोप है कि नर्सों की लापरवाही के कारण शिशु का हाथ टूट गया था. बाद में नवजात की मौत हो गयी थी. इसके बाद प्रसूता के परिजनों ने सदर अस्पताल में घंटे भर हंगामा किया. वहीं ड्यूटी पर तैनात नर्स नीलू कुमारी तथा सीमा कुमारी वहां से भाग गयी थीं. परिजनों का आरोप था कि नर्स की लापरवाही से ही नवजात शिशु की जान गयी है. इस मामले को लेकर पुलिस ने नवजात के शव का सदर अस्पताल में अंत्यपरीक्षण भी कराया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है