गढ़वा. जिला परिषद उपाध्यक्ष सत्य नारायण यादव सहित विभिन्न जनप्रतिनिधियों ने रविवार को प्रेसवार्ता का आयोजन किया. श्री यादव ने कहा कि गढ़वा जिले में भ्रष्टाचार बढ़ गया है. यहां के डीसी भ्रष्टाचार में डुबकी लगा रहे हैं. मनरेगा योजना, पीएम आवास, डोभा और कूप निर्माण में भ्रष्टाचार बढ़ा हुआ है. विभिन्न योजनाओं में 25 से 30 हजार रुपये रिश्वत ली जा रही है. टेंडर देने के नाम पर भी मोटी रकम की उगाही किया जा रहा है. ऐसे में गढ़वा डीसी के संपत्ति की जांच होनी चाहिये. कहा कि राज्यपाल को पत्र लिखकर उन्होंने गढ़वा डीसी की संपत्ति की जांच करने की मांग की है. कहा गया कि श्री बंशीधर महोत्सव के लिए विभिन्न मदों में मिले फंड में भी गड़बड़ी की गयी है. इसकी भी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. जिप उपाध्यक्ष ने कहा कि गढ़वा विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी और विधायक मनोज कुमार यादव ने भी गढ़वा डीसी द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार को सदन में रखा है. इसके लियए वह दोनों विधायकों का आभार प्रकट करते हैं. अपराधी और नक्सली के परिवार को राइफल का लाइसेंस निर्गत मौके पर मझिआव जिला परिषद सदस्य धर्मेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि गढ़वा डीसी ने अपराधी और नक्सली के परिवार को राइफल का लाइसेंस निर्गत किया है. जबकि जरूरतमंद लोगों को लाइसेंस नहीं मिल रहा है. केंद्र और राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ रही है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल को तत्काल एक टीम गठित करते हुए गढ़वा डीसी की संपत्ति की जांच करानी चाहिए. लागू नहीं हो पा रही योजनाएं : प्रेस वार्ता में बसपा जिलाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा कि गढ़वा जिले में चल रहे भ्रष्टाचार की अविलंब उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. क्योंकि ऐसे पदाधिकारी के रहने से केंद्र और राज्य सरकार की योजना जिले में नहीं उतर पा रही है. जिले भर में गरीबों के राशन का भी गबन किया जा रहा है. प्रेसवार्ता में शिव प्रसाद सहित अन्य लोग शामिल थे.
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