नगरऊंटारी : तारीख 20 मई, 2013. दोपहर के 12 बजने वाले हैं.तपती दोपहरी में कई ग्रामीण व कुछ विद्यार्थी अंचलाधिकारी व बीडीओ के कार्यालय तक उनसे कार्य कराने आये हैं. पर तपती दोपहरी में भी इन्हें निराशा की तपिश के अलावा कुछ नहीं मिला. प्रखंड सह अचंल कार्यालय परिसर स्थित प्रज्ञा केंद्र, बाल विकास परियोजना कार्यालय का ताला अभी तक नहीं खुला है.
अंचलाधिकारी का चेंबर 15 -20 दिन से बंद है. अंचल कार्यालय में उपस्थित आदेशपाल सतविजय राम व सहायक उमेश चंद्र दुबे से पूछने पर वे बताते हैं कि- सीओ साहब छुट्टी पर हैं. महिला आदेश पाल सूर्यपति देवी अभी तक नहीं पहुंची है. नाजिर रुद्र नारायण पांडेय बिल लेकर गढ़वा गये हैं.
बड़ा बाबू का अभी फोन आया था कि वे नहीं आयेंगे. लगभग यही स्थिति प्रखंड कार्यालय का भी है. बीडीओ साहब नहीं पहुंचे हैं. नाजिर छुट्टी पर हैं. सहायक राजेश्वर कोरवा भी छुट्टी पर हैं. एलक्ष्ओ उसरुला बाड़ा तथा पंचायत सेवक उपस्थित हैं. कार्यालय के बाहर लगे बेंच पर बैठे नरेगा के एकाउंटेंट सुनील तिवारी से पूछने पर वे कहते हैं कि-कोई काम नहीं है, इसलिए बैठे हुए हैं. अंचल व प्रखंड कार्यालय में जो कर्मी उपस्थित हैं वे भी बैठे समय काट रहे हैं.
इधर कई ग्रामीण पांच से 10 किलो मीटर का चक्कर लगा कर आय, निवास व जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए प्रतिदिन आ रहे हैं और मायूस हो कर लौट रहे हैं. जमुई ग्राम निवासी विद्यानंद पासवान ने बताया कि वे 20 दिन से चक्कर लगा रहे हैं. उन्हें आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र की सख्त जरूरत है.
अहिपुरवा ग्राम निवासी जंगाली पासवान, जमुई ग्राम निवासी वीरेंद्र कुमार चंद्रवंशी, गंगटी निवासी नंदकिशोर गुप्ता, उरकिया निवासी आशीष कुमार गुप्ता, गंगटी के धीरेश कुमार, कोरेया के राजेश्वर राम, कोलुआ ग्राम के संतोष पासवान समेत कई लोग आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र के लिए दो सप्ताह से लगातार कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अंचलाधिकारी के नहीं रहने से उनका काम नहीं हो पा रहा है.
कुछ ग्रामीण वृद्धापेंशन के लिए भी लगातार दौड़ लगा रहे हैं. न जाने कब उनका प्रमाण पत्र बनेगा तथा उनका चक्कर लगाना बंद होगा.
– दिनेश पांडेय –