गढ़वा : एक बार फिर गढ़वा वर्चस्व व गैंगवार की लड़ाई को लेकर गढ़वा सुर्खियों में है. मुखिया पति सह पशु व्यवसायी जट्टू खान की हत्या को भी इसी कड़ी से जोड़ कर देखा जा रहा है. पिछले एक दशक से दो गुटों में वर्चस्व को लेकर खूनी संघर्ष में अब तक दो लोग अपनी जान गवां चुके हैं. पिछले वर्ष जट्टू खान के भाई एकरार खान की फरठीया मोड़ पर गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. जिसमें छोटू रंगसाज पर हत्या का मामला दर्ज कराया गया था.
दोनों ओर से वर्चस्व को लेकर खूनी संघर्ष का नतीजा रहा कि बीती रात जट्टू खान की हत्या हो गयी. जानकारी के अनुसार गढ़वा थाना क्षेत्र के पीपरा गांव निवासी गुड्डू खान व रंका निवासी छोटू रंगसाज के बीच बस एजेंटी को लेकर एक दशक पूर्व विवाद शुरू हुआ था.
इस वर्चस्व की लड़ाई में दोनों ओर से बस स्टैंड सहित अलग-अलग स्थानों पर कई बार गोलीबारी की घटना हो चुकी है जिसमें कई लोग घायल हुये. इसके बाद गुड्डू खान जेल से छूटा है जबकि छोटू रंगसाज पहले ही जेल से छूट चुका है. बताया जाता है कि पशु व्यवसाय,एजेंटी व टैक्सी स्टैंड से काफी पैसे की कमाई होती है जिस पर दोनों गुट अपना आधिपत्य हासिल करना चाहते हैं. बताया जाता रेहला रोड टैक्सी स्टैंड का ठेका जट्टू खान ने लिया था इसके बाद से छोट्टू रंगसाज गुट को नागवार गुजरा था. इधर गुड्डू खान ने छोटू रंगसाज पर अपने भाई जट्टू खान की हत्या करने का आरोप लगाया है. वर्तमान में छोटू रंगसाज फरार है और पुलिस को उसकी तलाश है.