रंका(गढ़वा) : रंका प्रखंड में एक लाख की आबादी पर मात्र एक चिकित्सक के पदस्थापित रहने से मरीजों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. खासकर बरसात के मौसम में यहां मरीजों की संख्या बढ़ जाने पर समस्या गंभीर हो जाती है.
रंका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक का चार पद सृजित है, जबकि मात्र एक चिकित्सक डॉ मंटू कुमार ही पदस्थापित हैं. उनके ऊपर भी अस्पताल से अधिक अपने निजी क्लिनिक में रहने का आरोप है. आरोप है कि फोन करने के बाद ही वे केंद्र आते हैं.
रात की आपातकालीन सेवा नर्स के भरोसे चलती है, जिसके कारण पिछले दिनों प्रसव के दौरान गीता देवी नामक महिला के बच्चे की मौत हो गयी थी. साथ ही गंभीर अवस्था में गीता का भी इलाज नहीं हो पाया. विवश होकर घर के परिजनों को उसे लेकर गढ़वा जाना पड़ा था.