भंडरिया : भंडरिया प्रखण्ड मुख्यालय स्थित ईसाई कब्रिस्तान में स्थापित क्रूस को असामाजिक तत्वों द्वारा बार-बार क्षतिग्रस्त किये जाने के विरोध में ऑल चर्च कमेटी के तत्वाधान में कंजीया,करचाली,जमौती,छेतकी,भंडरिया,सालो,रामर,गड़ीया, सरइडीह आदि गांव के हजारों मसीही समुदाय के लोगों ने सोमवार को मूसलाधार बारिश के बीच सद्भावना मौन जुलूस निकाला. विदित हो कि पिछले पांच जून […]
भंडरिया : भंडरिया प्रखण्ड मुख्यालय स्थित ईसाई कब्रिस्तान में स्थापित क्रूस को असामाजिक तत्वों द्वारा बार-बार क्षतिग्रस्त किये जाने के विरोध में ऑल चर्च कमेटी के तत्वाधान में कंजीया,करचाली,जमौती,छेतकी,भंडरिया,सालो,रामर,गड़ीया, सरइडीह आदि गांव के हजारों मसीही समुदाय के लोगों ने सोमवार को मूसलाधार बारिश के बीच सद्भावना मौन जुलूस निकाला. विदित हो कि पिछले पांच जून को असामाजिक तत्वों द्वारा ने क्षतिग्रस्त कर दिया था.
वहीं 22 नवंबर 2017 को भी क्रूस क्षतिग्रस्त किया गया था, जिसे प्रशासन की देखरेख में स्थापित कराया गया था. हाथ में तख्तियां लेकर निकाला गया जुलूस कब्रिस्तान से निकलकर वन विभाग कार्यालय होते हुए पुनः कब्रिस्तान तक गया, जहां यह जुलूस सभा में तब्दील हो गया. सभा को संबोधित करते हुए मुथ्यूस कुजूर, खुशदिल तिर्की, प्रह्लाद तिवारी, ख्रिस्तोफर डुंगडुंग, श्रद्धानंद, छोटन लाल टोप्पो, राजेश मिंज,आदी वक्ताओं ने कहा कि भंडरिया स्थित कब्रिस्तान में स्थापित क्रूस को असामाजिक तत्वों द्वारा बार-बार क्षतिग्रस्त कर मसीही समुदाय को आहत करने का काम किया जा रहा है. क्रूस को क्षतिग्रस्त कर हमारे आस्था को ठेस पहुंचाया जा रहा है, जो निंदनीय है.
उक्त लोगों ने कहा कि वे सभी मसीही समुदाय के लोग इसका घोर निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि जो भी असामाजिक तत्वों के लोग इस तरह का कार्य कर रहे हैं, वैसे लोगों को सभी धर्मों के लोग एकजुट होकर चिह्नित कर उन्हें दंडित करें. मुखिया सुशील केरकेट्टा ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व के लोगों द्वारा आपसी सौहार्द तथा शांतिपूर्ण माहौल को भड़काने की कोशिश की जा रही है, जिसका पुरजोर विरोध होना चाहिए, ताकि आपसी सौहार्द बना रहे तथा इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई व इसाईयों के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित किये जाने की मांग की. सभा का संचालन फादर सुखलाल केरकेट्टा ने किया. इस मौके पर बांड़ीखजूरी के फादर पुरोहित उलसन बरवा, डेविड मिंज, रॉबिनसन कच्छप, नीलकांत समद, टुनटुन केरकेट्टा, डेविड गिद्धी, राजदेव बाड़ा सहित मसीही समुदाय के महिला पुरुष व बच्चे उपस्थित थे.