Advertisement
बरसात में टापू बन जायेगा कल्याणपुर
पिछली बरसात में बह गया था दानरो नदी पुल, नया है अधूरा कल्याणपुर सहित चिनिया रोड की एक बड़ी आबादी कट जायेगी जिला मुख्यालय से बरसात में पीडीजे, एसपी को अपने कार्यालय जाने में होगी समस्या छह पाया का स्लैब ढालना है बाकी विनोद पाठक गढ़वा : इस बरसात में चिनिया रोड स्थित कल्याणपुर सहित […]
पिछली बरसात में बह गया था दानरो नदी पुल, नया है अधूरा
कल्याणपुर सहित चिनिया रोड की एक बड़ी आबादी कट जायेगी जिला मुख्यालय से
बरसात में पीडीजे, एसपी को अपने कार्यालय जाने में होगी समस्या
छह पाया का स्लैब ढालना है बाकी
विनोद पाठक
गढ़वा : इस बरसात में चिनिया रोड स्थित कल्याणपुर सहित एक बड़ी आबादी फिर से गढ़वा शहर से कट जायेगी. विदित हो पिछले 12 जुलाई को दानरो नदी में आयी बाढ़ में चिनिया रोड स्थित दानरो नदी का पुल बह गया था. इसके बाद पूरी बरसात कल्याणपुर सहित चिनिया रोड की पूरी आबादी जिला मुख्यालय से कट गयी थी.
आपात स्थिति में इस क्षेत्र के आबादी को लंबी दूरी तय कर करमडीह पुल से अथवा कोरवाडीह पुल से होकर जिला मुख्यालय आना पड़ता था. इसके बाद पथ निर्माण विभाग ने दानरो नदी पर नये पुल बनाने के लिए निविदा निकाली. पुल का निर्माण कार्य चालू भी हुआ. कार्य चालू होने पर लोगों को लगा कि बरसात के पूर्व पुल निर्माण पूरा हो जायेगा और उन्हें आनेवाले बरसात में शहर से नहीं कटना पड़ेगा. लेकिन कार्य की गति धीमी होने के कारण यह पुल अधूरा रह गया है.
छह पाया वाले इस पुल का मात्र एक स्लैब ढाला गया है. वहीं इस तरह के इस पुल के लिए चार स्लैब अभी ढालने शेष हैं. इसमें से मात्र अन्य दो और स्लैब की संवेदक ने सेंट्ररिंग का काम शुरू कराया है. इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बरसात से पूर्व अधिक से अधिक दो और स्लैब ढाला जा सकता है. शेष दो स्लैब ढालने के लिए संवेदक को बरसात खत्म होने का इंतजार करना पड़ेगा.
डायवर्सन का हो रहा है निर्माण
बरसात में वैकल्पिक उपाय के लिए संवेदक द्वारा निर्माणाधीन पुल के बगल में डायवर्सन के तौर पर छलका का निर्माण किया जा रहा है. लेकिन बरसात में पुल के पास दानरो नदी में जिस तरह से पानी का तेज बहाव होता है, उसके हिसाब से इस डायवर्सन कोई खास लाभ नहीं हो पायेगा.
नदी की गहराई काफी होने के कारण भी यह छलका विशेष रूप से कारगर नहीं हो पायेगा. विदित हो संवेदक के निविदा में ही पुल के साथ पक्का डायवर्सन निर्माण का प्राक्कलन शामिल है. लेकिन अभी तक डायसर्वन का निर्माण नहीं कराया गया था. इसके कारण गरमी के दिनों में भी यहां के पूर्व की कच्चे डायवर्सन से गुजरने में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. गहरे धूल के जमाव के कारण अक्सर दो पहिया वाहन चालक इस डायवर्सन में गिरते हुए देखे गये.
टेंडर निकालने में हुई देर
पथ निर्माण विभाग के अनुसार जुलाई 2016 में पुल टूटने के बाद निविदा निकालने में देर हुई. इसके बाद पहली बार निकाली गयी निविदा को किसी भी संवेदक ने नहीं डाला. दूसरी निविदा में पलामू के चर्चित संवेदक गुरु पांडेय को इसका निविदा मिला. लेकिन कुछ देर जहां निविदा की प्रक्रिया पूरी होने में लगा.
इसके बाद कार्य शुरू होने के बाद भी कभी यहां युद्धस्तर पर कार्य होते नहीं देखा गया. इस बात को विभाग भी मानता है कि संवेदक ने इस पुल निर्माण को कम से कम समय में पूरा करने के लिए प्राथमिकता नहीं दी. यद्यपि इसी संवेदक ने गढ़वा-शाहपुर मार्ग पर स्थित तहले नदी पर पुल का निर्माण रिकॉर्ड समय में कराया था. जिसके कारण इस संवेदक को दानरो नदी के इस पुल का टेंडर मिलने से लोगों को उम्मीद थी कि बरसात से पूर्व इस पुल निर्माण हो जायेगा. लेकिन लोगों को इसमें निराशा हुई है.
क्या होगी परेशानी
विदित हो कि दानरो नदी के उस पार ही प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश, एसपी और डीसी(वर्तमान में डीसी उक्त आवास से पुराने आवास में ही आ गयी हैं) का आवास है. बरसात में पुल नहीं बननेे के कारण इन महत्वपूर्ण अधिकारियों को अपने कार्यालय में काफी घुमकर आना होगा.
लेकिन अत्यधिक बारिश हो जाने की स्थिति में ये पीडीजे चा हकर भी अपने कोर्ट में नहीं जा पायेंगे. साथ ही एसपी को अपने आवास से ही काम चलाना पड़ेगा. इसके अलावा कल्याणपुर स्थित इंदिरा सिंह बीएड कॉलेज, आइटीआइ कॉलेज, गोपीनाथ सिंह महिला महाविद्यालय की छात्राओं की कक्षा बाधित हो जायेगी. इसके साथ ही कल्याणपुर पंचायत सहित चिनिया रोड की एक बड़ी आबादी को जिला मुख्यालय आने में परेशानी हो जायेगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement