डुमरिया. डुमरिया प्रखंड के रांगामाटिया सिदो-कान्हू फुटबॉल मैदान में बुधवार को फूलो झानो आदिवासी एभेन गांवता की ओर से दिशोम बाहा, मागे व हादी मिलन समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में पोटका विधायक संजीव सरदार ने कहा कि यह एक त्रिवेणी संगम है. यहां प्रकृति के पुजारी पहुंचे हैं. यहां भूमिज, संताल और हो समाज के लोग एक मंच पर हैं. आज आदिवासियों के कारण ही जंगल सुरक्षित है. इतिहास गवाह है कि सबसे पहला उलगुलान आदिवासियों ने किया था. आदिवासी शांत व प्रकृति प्रेमी हैं. डुमरिया आंदोलन का गढ़ रहा है. अलग झारखंड राज्य के लिए उलगुलान भी यहां से शुरू हुआ था.
बच्चों को शिक्षित करें : संजीव सरदार
विधायक ने कहा कि आप अपने बच्चों को शिक्षित करें. क्योंकि शिक्षा से ही समाज व देश का विकास संभव है. विधायक ने बीडीओ और थाना प्रभारी की कार्यों की सराहना की. कार्यक्रम में विधायक ने ग्राम प्रधानों को धोती प्रदान कर सम्मानित किया. मौके पर बीडीओ नीलेश मुर्मू, प्रमुख गंगामनी हांसदा, फूलो झानो आदिवासी एभेन गांवता के अध्यक्ष भगत बास्के, सचिव जन्मेजय पूर्ति, सह सचिव उपेन्द्र सरदार, कोषाध्यक्ष दारा सिंह सरदार सदस्यों में धुनु सरदार, रामदास हेम्ब्रम, दुला टुडू, दुखिया मुर्मू के अलावे जेएमएम प्रखंड अध्यक्ष मिर्जा सोरेन, चैतन मुर्मू, अर्जुन मुर्मू ,सरकार किस्कू, मनोज मुर्मू, भगत हांसदा के अलावे ग्राम प्रधान, माझी बाबा व विभिन्न गांवों से आये महिला-पुरुष शामिल थे. सभी ने सामूहिक रूप से ढोल-धमसे के साथ पारंपरिक नृत्य भी किया.
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