घाटशिला. घाटशिला के उपर पावड़ा में गुरुवार को इंद्र पूजा का भव्य आयोजन हुआ. मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के पूर्व प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में जिप सदस्य सदस्य देवयानी मुर्मू शामिल हुए. कार्यक्रम की शुरुआत समिति के सदस्यों ने गाजे-बाजे के साथ रंकिनी मंदिर जाकर पूजा कर की. इसके बाद इंद्र पूजा स्थल पर लौटकर पुजारी गांड़ू सबर और गणेश सबर द्वारा श्रद्धालुओं के साथ भगवान इंद्र के प्रतीक विशाल पवित्र छतरी को खींचकर खड़ा किया. इस मौके पर बिहार, बंगाल और ओडिशा से हजारों श्रद्धालु शामिल हुए. आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि इस पूजा की शुरुआत तत्कालीन राजा जगदीश चंद्र धवलदेव ने प्रजा की खुशहाली के लिए की थी. राजा द्वारा पूजा बंद कर दिए जाने के बाद उपर पावड़ा इंद्र पूजा समिति ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया. तत्कालीन प्रमुख शिव प्रसाद शर्मा, कुनाराम मुर्मू, देश परगना हरेन्द्रनाथ मुर्मू, सीताराम मुर्मू और गौरांग बेसरा समेत कई लोगों के नेतृत्व में यह पूजा दोबारा शुरू की गयी, जो आज तक जारी है. बाबूलाल सोरेन ने कहा कि परंपरा और संस्कृति ही हमारी पहचान हैं. इन्हें संजोना युवा पीढ़ी का दायित्व है. जिप सदस्य देवयानी मुर्मू ने कहा कि संस्थापक सदस्य अब दिवंगत हो चुके हैं, ऐसे में नई पीढ़ी पर पूजा की जिम्मेदारी है. बहुत जल्द इंद्र पूजा समिति को जमीन का मालिकाना हक दिलाया जायेगा. मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ. मौके पर मुखिया तारामणी मुंडा, वास्ता बेसरा, ठाकुर मुर्मू, ब्रजेश सोरेन, राम मुर्मू, विनय मुर्मू, दासमत बेसरा, मंगल बेसरा, श्रीधर मांडी, राम किशोर मुर्मू, सपन मुंडा, कार्तिक टुडू, सुदाम टुडू, राजेंद्र शर्मा, मायसा मुर्मू, दिलीप दे, गालु बेसरा, दशरथ बेसरा, कमल हेंब्रम समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए.
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