डुमरिया. पूर्वी सिंहभूम जिले के डुमरिया प्रखंड में इन दिनों चिकन पॉक्स फैला हुआ है. कई गांवों के लोग चपेट में हैं. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन गंभीर है. जिला सर्विलांस विभाग की एक टीम एक बार फिर मंगलवार को डुमरिया के मंदा व बारुघुटू गांव पहुंची. टीम ने पीड़ितों व परिजनों मिलकर जानकारी ली. टीम में मुंबई से आये सलाहकार डॉ अबी रॉबिन्सन भी शामिल रहे. टीम को चिकन पॉक्स से ग्रसित छह लोग मिले. इसमें छोटे बच्चे भी शामिल हैं. चिकित्सकों ने मरीजों के लक्षण की जानकारी ली. ग्रामीणों से पूछा कि चिकन पॉक्स होने पर कैसा महसूस होता है. क्या- क्या परेशानी होती है आदि.
टीम को ग्रामीणों ने बताया कि चिकन पॉक्स के मरीजों को हमलोग जानकार व्यक्ति से आयुर्वेद यानी जड़ी-बूटी खिलाते हैं. वहीं, पूजापाठ भी करते हैं. नौ दिन बाद स्नान कराते हैं. नौ दिन में यह बीमारी लगभग ठीक हो जाती है. मरीज को साफ-सुथरे बिस्तर पर सुलाते हैं. जिनका घर बड़ा होता है. वे मरीज को अलग रूम में रखते हैं.ग्रामीण बोले- टीम बार-बार आ रही, लेकिन बचने का उपाय नहीं बता रही
ज्ञात हो कि टीम इसके पूर्व 10 मार्च को इसी गांव के दौरे में आयी थी. इस बार सलाहकार के साथ पहुंची. ग्रामीणों ने टीम से कहा कि आप लोग बार-बार आते हैं, लेकिन न मरीजों को दवा मुहैया कराते हैं, न इससे बचने का उपाय बताते हैं. ऐसा कुछ दवा मुहैया करायें, जिससे दवा खाने के बाद बाकी को न हो सके. आप लोग सिर्फ पूछताछ कर रहे हैं. मौके पर आइडीएसपी पदाधिकारी डॉ असद, मृगेंद्र नाथ गिरि, एएनएम नीलू, अमरजीत आइंद, सहिया आरती महतो आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है