जादूगोड़ा. पहले ग्राम प्रधानों और ग्रामसभा के सहयोग से कंपनी में मजदूरों की बहाली की जाती थी. इसमें ग्राम प्रधानों की सहमति अनिवार्य होती थी. वर्तमान में ग्राम प्रधानों को बिना सूचना दिए बाहरी मजदूरों की बहाली की जा रही है. इसमें डी वाटरिंग, साफ-सफाई, सुरक्षा गार्ड आदि मजदूर को बाहर से लाया जा रहा है. इसे लेकर गुरुवार को एजेंट ऑफिस में राखा मोड़ में ग्राम प्रधानों, मुखिया व ग्रामीणों की उपस्थिति में कंपनी प्रबंधन की बैठक हुई. इसमें सभी ने एकमत होकर यह मांग रखी कि बिना ग्रामप्रधान की स्वीकृति के जो बाहरी मजदूरों की बहाली की गई है, उन्हें तत्काल हटाया जाये और ग्रामसभा द्वारा चयनित मजदूरों को ही बहाल किया जाये. बैठक में उपस्थित ग्राम प्रधान चित्तरंजन सिंह, जगदीश गोप, कारू मार्डी, अशोक कुमार किस्कु, मुखिया बॉबी मार्डी, वनाधिकार समिति के सचिव सुशेन कालिंदी, विक्रम सिंह, सोमा पूर्ति, प्रभात सिंह, माझिया बास्के समेत बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने इस निर्णय का समर्थन किया. ग्राम प्रधानों ने कहा कि यह मामला सिर्फ रोजगार से जुड़ा नहीं है, बल्कि गांव की गरिमा, अधिकार और स्वायत्तता का भी विषय है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि एचसीएल प्रबंधन ग्रामसभा की भूमिका को अनदेखी करता रहा है तो आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन किया जाएगा. ग्रामीणों ने यह भी स्पष्ट किया कि ग्राम सभा का निर्णय सर्वोपरि है. किसी भी प्रकार की बहाली, नियुक्ति या नवीकरण ग्राम सभा की सहमति के बिना नहीं किया जा सकता.
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