गुड़ाबांदा . गुड़ाबांदा प्रखंड की आठ पंचायत के गांवों में लगातार हो रही बारिश से करीब एक दर्जन मिट्टी के घर ध्वस्त हो गये हैं. इसके अलावे खेती को नुकसान पहुंचा है. इलाके के लोग अपनी क्षतिपूर्ति के लिए लगातार अंचल कार्यालय में आवेदन दे रहे हैं. अंचल कर्मियों के अनुसार प्रखंड क्षेत्र में बारिश के कहर से करीब 75 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है.प्रखंड में अबतक 360 मिमी बारिश हुई है. बालीजुड़ी ,सिंहपुरा व मुड़ाकाटी पंचायत के किसान धान का बिचड़ा तैयार नहीं कर पा रहे हैं. जिनके घर टूटे हैं उन्हें तिरपाल और दूसरों के घरों में आसरा लेना पड़ रहा है.. बालीजुड़ी पंचायत के बेड़ापाल गांव के माही हेंब्रम, सुराई हेंब्रम व सनातन हेंब्रम के कच्चे मकान ढह गये हैं. सिंहपुरा पंचायत के डोंगादह गांव में दो घर टूटे. इसमें जितराय सोरेन व कंदा सोरेन का घर शामिल हैं. मुड़ाकाटी पंचायत बाहुटिया गांव के होरेराम सिंह का घर टूटा. साथ ही घर में रखे अनाज नष्ट हो गये. बारिश के पानी से मुर्गा, मुर्गी, धान, चावल, कपड़ा, बर्तन और तालाब के मेड़ टूटने से मछली बह गये. अंचल अधिकारी क्षेत्र में लगातार घुम कर हाल जान रहे हैं.
झारखंड-ओडिशा को जोड़ने वाली पुल का एक हिस्सा धंसा:
इधर क्षेत्र में कई पुल-पुलिया और सड़क बह गयी. कई जगह सड़क जर्जर हो गयी. इससे आवागमन प्रभावित हुआ है. झारखंड-ओडिशा को जोड़ने वाली मुख्य मार्ग पर हाटमाकड़ी गांव के पास पर बना पुल के एक साइड का हिस्सा धंस गया. इससे यातायात बाधित हो गयी. सिंहपुरा पंचायत के ज्वालकाटा गांव स्थित प्रखंड मुख्यालय समीप पुलिया जर्जर हो गयी तथा मुचरीसोल गांव तथा रेडुआ गांव के बीच पुलिया क्षतिग्रस्त हो गयी.धालभूमगढ़ के कस्तूरीबाई कन्या मवि में घुसा पानी
बीती रात हुई बारिश से कई गांव में घरों में पानी घुस जाने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. स्वर्गछिड़ा गांव में एक घर की दीवार ढह गयी. दूसरी और कस्तूरी बाई जय हिंद बालिका मवि परिसर में घुटनों तक पानी भर गया. बच्चे व शिक्षक उसी स्थिति में विद्यालय में आवागमन करते देखे गये. भारी बारिश से प्रखंड कार्यालय के मेन गेट के सामने भी जल-जमाव हो गया जिससे लोगों को आने जाने में काफी परेशानी हुई. पावड़ा नरसिंहगढ़ पंचायत के उमा राणा, इंद्राणी गोप, शांति बगाल के घरों में पानी घुस गया, जिससे कई सामान बर्बाद हो गये. शिबु गोप के घर की एक दीवार गिर गयी. बारिश को देखते हुए लोग रतजगा कर अपने घरों का ध्यान रख रहे. कस्तूरी बाई कन्या मवि में घुटनों तक पानी भर गया जिसके कारण बच्चों को कक्षाओं में प्रवेश करने में काफी कठिनाई हुई.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

