गुड़ाबांदा. गुड़ाबांदा प्रखंड के झारखंड आंदोलनकारी की सूची में फर्जी लोगों के नाम शामिल किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. इस संबंध में मूल आंदोलनकारियों ने आपत्ति दर्ज करायी है. कहा कि कई लोगों के नाम फर्जी तरीके सूची में शामिल किया गया है. आंदोलनकारी का चयन 15 जुलाई 2015 को मुखिया और ग्राम प्रधान की मौजूदगी में ग्रामसभा की ओर से हुआ था. तब 61 लोगों के नाम सामने आये थे. वैसी लोगों का चयन किया जाना था जो 1984-85 में आंदोलन में शामिल रहे या आंदोलन से जुड़े कई थाना में केस दर्ज हो. लेकिन ऐसे लोगों का चयन हुआ है जो कभी आंदोलन में शामिल नहीं रहे हैं. मुख्य आंदोलनकारी सपन कुमार वीर, चूनाराम मार्डी व चरण हांसदा का कहना है कि 2015 में जब आंदोलनकारी की सूची सरकार ने मांगी थी तब अनियमित तरीके से लोगों का नाम शामिल किया गया. पेंशन लेने के चक्कर में अपना नाम आंदोलनकारी सूची में जोड़ा गया. इसके कारण मूल आंदोलनकारी लाभ पाने से वंचित रह गये. वास्तविक रूप से जो आंदोलनकारी थे वे पेंशन से वंचित हैं. सपन कुमार बीर ने कहा सूची की जांच हो और उचित लोगों को आंदोलनकारी का लाभ मिले.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है