मुसाबनी. सांसद विद्युत वरण महतो ने मंगलवार को यूसिल के सीएमडी कंचन आनंद राव से मुलाकात की. उन्होंने सीएमडी से बंद पड़ी खदानों को पुन: चालू करने एवं नये खदान एवं प्लांट को स्थापित करने की मांग की. बैठक में सांसद ने बंद पड़ी धोबनी, किसनगाढ़िया एवं पाथरगोड़ा कॉपर माइंस जो वर्ष 2000 से पूर्व एचसीएल के अधीन थी. इन सभी बंद पड़ी माइंस को चालू करने के लिए उन्होंने खान मंत्री से पहले भी मिल चुके हैं. अब एचसीएल के सीएमडी को इस संबंध में बात की. जानकारी मिली कि एएमडी हैदराबाद द्वारा बंद खदानों पर यूरेनियम की मात्रा होने की बात कहकर अपना दावा पेश किया गया है. यूसिल के पदाधिकारी ने बताया कि इस मामले में जांच कर पता लगाया जायेगा कि अगर 150 पीपीएम से अधिक यूरेनियम का ग्रेड इन खदानों में है, तो यूसिल इन खदानों को संचालित करेगा. यदि ग्रेड निर्धारित मात्रा से कम होगा, तो एचसीएल को एनओसी दे दिया जायेगा. बैठक में सांसद ने मुसाबनी में बंद पर पड़े यूरेनियम रिकवरी प्लांट के साथ प्रस्तावित कन्यालुका यूरेनियम माइंस को जल्द चालू करने की मांग की. उन्होंने कहा मुसाबनी से बागजाता माइंस तक की जर्जर सड़क की मरम्मत करायी जाये. बहाली प्रक्रिया में यूसिल पारदर्शिता लाये. बहाली में विस्थापितों एवं स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दिया जाये. कंपनी द्वारा संचालित सीएसआर की योजनाओं में पारदर्शिता लाने एवं गुड़ाबांदा के हड़ियान, जियान स्कूल में चार कमरों का निर्माण करने की मांग रखी. बैठक में यूसिल के पदाधिकारियों ने सांसद के मुद्दों पर सकारात्मक पहल करने की बात कही. वार्ता में यूसिल के निदेशक परिचालन मनोज कुमार, कार्यपालक निदेशक सीएस आर मनोज कुमार सिंघाई, डीजीएम एचआर राकेश कुमार, पूर्व बीस सूत्री उपाध्यक्ष दिनेश साव, जसवंत महतो उपस्थित थे.
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