धालभूमगढ़. नरसिंहगढ़ की कलाकार दीपान्विता दास स्विट्जरलैंड में रहते हुए भी भारतीय कला, खासकर ओडिशा की संस्कृति व परंपरा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में जुटी हैं. इसी क्रम में उनकी कृति ‘जगन्नाथ’ का प्रदर्शन स्विट्जरलैंड में आयोजित स्विस आर्ट एक्सपो 2025 में किया गया, जिसे काफी सराहना मिली. दीपान्विता ने कहा कि यह उनके लिए गर्व और भावनाओं से भरा क्षण था, जहां विश्वभर के कलाकारों और दर्शकों के बीच भारतीय कला व संस्कृति साझा करने का अवसर मिला. उन्होंने कहा, स्विट्जरलैंड जैसे मंच पर मेरी कला ने भारत की आध्यात्मिकता और परंपरा का संदेश पहुंचाया. उन्होंने भगवान जगन्नाथ, पति किरण कुमार दास और माता-पिता की प्रेरणा को अपनी शक्ति का स्रोत बताया. दीपान्विता ने कहा कि ‘आर्ट उत्कल’ के माध्यम से उनका उद्देश्य भारतीय कला व सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक स्तर तक पहुंचाना है, ताकि हमारी परंपराएं सीमाओं से परे जाकर लोगों के दिलों तक पहुंच सकें.
स्विस आर्ट एक्सपो 2025:
अंतरराष्ट्रीय कला महोत्सवयूरोप का प्रमुख वार्षिक कला महोत्सव स्विस आर्ट एक्सपो 2019 से हर साल ज्यूरिख में आयोजित होता है. इस बार इसका आयोजन 20 से 24 अगस्त 2025 तक किया गया. इसमें दुनिया भर से 100 से अधिक कलाकारों ने अपनी कृतियों का प्रदर्शन किया, जिसमें पारंपरिक चित्रकला से लेकर डिजिटल आर्ट तक सभी रूपों को स्थान मिला. यह मंच कलाकारों को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने का अवसर प्रदान करता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

