धालभूमगढ़. पावड़ा नरसिंहगढ़ पंचायत के घोड़ाधुआं के किसानों ने जल संसाधन विभाग द्वारा बिना पूर्व जानकारी दिये खेतों से होकर सिंचाई पाइपलाइन बिछाये जाने पर विरोध जताया. राधे कंस्ट्रक्शन द्वारा पाइपलाइन का काम किया जा रहा है. किसानों द्वारा मौखिक शिकायत के बाद भी जब उनकी बात नहीं सुनी गयी, तो नाराज किसानों ने रविवार को कंस्ट्रक्शन कंपनी के भंडार क्षेत्र के मुख्य द्वार को जाम कर दिया. इस दौरान कर्मचारियों एवं किसानों में बकझक भी हुई. किसानों का कहना है कि राधे कंस्ट्रक्शन द्वारा बिना उन्हें कोई जानकारी दिये उनके खेतों में पाइपलाइन गाड़ा जा रहा है. 14 इंच के पाइप के लिए 10 से 15 फीट चौड़ाई में खेत खोद कर बर्बाद किया जा रहा है. जब उनसे इस बारे में सरकारी आदेश या नक्शा दिखाने को कहा जाता है, तो किसानों को हाई कोर्ट का आदेश लाने की बात कही जाती है. किसान विश्वजीत चटर्जी, सत्यनारायण साहा, सीताराम साव, मो साजिद, बनमाली नामता, अजय साहा ने बताया कि बीते दिनों किसानों द्वारा हंगामा किये जाने के बाद उनके खेतों से पाइप निकाल दिया गया था, लेकिन अन्य किसानों के खेत से पाइप निकालने के लिए हाई कोर्ट का आदेश की बात कही जाती है. विभाग के सर्वे के आधार पर बिछ रही है पाइपलाइन : अभियंता कंस्ट्रक्शन कंपनी के अभियंता श्रीमंत साधु ने बताया कि विभाग द्वारा किये गये सर्वे के आधार पर वे पाइपलाइन बिछा रहे हैं. जमीन के दो मीटर नीचे रैयत का अधिकार नहीं होता है. कहीं भी खेती को बर्बाद नहीं किया जा रहा है. पाइप बिछाने के बाद खेत समतल हो जायेगा. किसानों के विरोध से विभाग को अवगत करायेंगे. जैसा निर्देश प्राप्त होगा आगे वैसे ही काम किया जायेगा. फिलहाल पाइप बिछाने का काम बंद है.
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