चाकुलिया. चाकुलिया नया बाजार स्थित कोलकाता पिंजरापोल सोसायटी के गौशाला परिसर में एक विशाल आम का बागान करीब 4 से 5 एकड़ भूभाग में फैला हुआ है. जिसमें आम्रपाली, हिमगिरी लंगड़ा समेत कई प्रजातियों के आम के पौधे लगे हैं. इस आम के बागान से चाकुलिया गौशाला आम बेचकर प्रतिवर्ष लगभग एक से डेढ़ लाख रुपये का मुनाफा कमाती है. चाकुलिया के लोगों को भी मीठे आम कम कीमतों पर आसानी से मिल जाते हैं. लेकिन पिछले दो वर्षों से जंगली हाथियों का प्रकोप चाकुलिया गौशाला को आम से होने वाले फायदे पर ग्रहण लग रहा है. इस साल भी अच्छे फल लगे गौशाला के कर्मियों ने बताया कि इस वर्ष भी गौशाला में आम के अच्छे फल लगे हैं, लेकिन गौशाला के कर्मचारियों के बीच भय ऐसा कि वे आम के बागान में प्रवेश तक करने से कतरा रहे हैं. आम के इस बागान में करीब रोजाना जंगली हाथी पहुंचते हैं. या यूं कहें कि चाकुलिया गौशाला स्थित आम बागान जंगली हाथियों के लिए आशियाना बना हुआ है. इस भय से लोग आम के बागान में प्रवेश भी नहीं करते हैं.
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