घाटशिला.
साहित्यकार विभूति भूषण बंद्योपाध्याय की जयंती पर घाटशिला के विभूति मंच की सांस्कृतिक धरती रंगमंचीय प्रस्तुति से सराबोर हो उठी. संयुक्त नाट्य कला केंद्र ने डॉ प्रसेनजीत कर्मकार के लिखित व इंद्र कुमार राय निर्देशित नाटक आगुन झोरा दिन का मंचन किया. नाटक में शोषित जनता के संघर्ष, एकता और जीत की कहानी को सजीव रूप में प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया. पटकथा, संवाद, प्रकाश व्यवस्था और संगीत के सधे हुए संयोजन ने प्रेक्षागृह को मंत्रमुग्ध कर दिया. खासकर पागल के किरदार में स्वयं निर्देशक इंद्र कुमार राय के अभिनय ने दर्शकों से सराहना बटोरी. मौके पर संजय मुखी, गणेश चंद्र मुर्मू, बलराम सीट, सुशांत सीट, डॉ प्रसन्नजीत कर्मकार, अर्पो भट्टाचार्य, वंदना महतो, देवस्मिता दास, ज्योति मल्लिक, स्नेहज मल्लिक, डॉ शेखर मल्लिक, मल्लिका प्रधान और मानव सीट सहित कई कलाकारों ने अपनी अभिनय प्रतिभा का परिचय दिया. प्रकाश व्यवस्था अम्लान राय ने संभाली, ऑडियो संचालन में सुदीप घोष, मेकअप में कार्तिक चौधरी तथा साउंड पर सुलेमान का विशेष योगदान रहा. स्थानीय नाट्य जगत के जानकारों का कहना है कि घाटशिला में हाल के वर्षों में प्रस्तुत नाटकों की शृंखला में आगुन झोरा दिन को एक खास दर्जा दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

